घरेलू बाजार में बिकवाली की वजह से सेंसेक्स-निफ्टी गिरावट के साथ बंद

घरेलू शेयर बाजार में मंगलवार के कारोबार में दोपहर बाद बिकवाली में जोर की वजह से कमजोरी का रुख रहा. इसी का नतीजा रहा कि बीएसई का प्रमुख संवेदी सूचकांक सेंसेक्स और एनएसई की निफ्टी गिरावट के साथ बंद हुए. बीएसई में 30 शेयरों वाला सेंसेक्स 413 अंक या 1.20 फीसदी गिरावट के साथ 33,956.69 के अंक पर बंद हुआ. वहीं, एनएसई की निफ्टी 120.80 अंक या 1.19 फीसदी गिरकर 10,046.70 पर पहुंच गयी.

By Prabhat Khabar Print Desk | June 9, 2020 4:54 PM

मुंबई : घरेलू शेयर बाजार में मंगलवार के कारोबार में दोपहर बाद बिकवाली में जोर की वजह से कमजोरी का रुख रहा. इसी का नतीजा रहा कि बीएसई का प्रमुख संवेदी सूचकांक सेंसेक्स और एनएसई की निफ्टी गिरावट के साथ बंद हुए. बीएसई में 30 शेयरों वाला सेंसेक्स 413 अंक या 1.20 फीसदी गिरावट के साथ 33,956.69 के अंक पर बंद हुआ. वहीं, एनएसई की निफ्टी 120.80 अंक या 1.19 फीसदी गिरकर 10,046.70 पर पहुंच गयी.

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निफ्टी में जिन कंपनियों के शेयरों में गिरावट दर्ज की गयी, उनमें आईसीआईसीआई बैंक, विप्रो, बीपीसीएल, टाटा मोटर्स और गेल प्रमुख हैं. वहीं, डॉ रेड्डी लैब्स, इंडसइंड बैंक, सन फार्मा, भारती इंफ्राटेल और महिंद्रा एंड महिंद्रा के शेयर लाभ में रहे. इसके अलावा, बाजार में फार्मा सेक्टर को छोड़कर बाकी के शेयर गिरावट के साथ बंद हुए. बीएसई के मिडकैप और स्मॉलकैप सूचकांकों में 0.3 से 1 फीसदी तक गिरावट दर्ज की गयी.

मंगलवार को दोपहर के कारोबार में बाजार ऊंचाई से फिसलकर नीचे आ गया. नतीजतन, सेंसेक्स करीब 400 अंकों तक गिर गया. वहीं, बैंक निफ्टी ऊपर से करीब 320 अंक नीचे पहुंच गया. उधर, निफ्टी ऊपरी स्तर से करीब 110 अंक तक नीचे आ गया. दुनिया की सबसे बड़ी सौर ऊर्जा संयंत्र की बोली जीतने से अडाणी ग्रीन में 5 फीसदी का अपर सर्किट लगा. लगातार 15 दिनों की तेजी में ये शेयर 36 फीसदी तक की दौड़ लगायी. कारोबार के दौरान अडाणी समूह के अन्य शेयरों में भी बिकवाली का जोर रहा.

बता दें कि मंगलवार को सरकार ने घरेलू उत्पादन को बढ़ावा देने के लिए लेदर फुटवियर के कच्चे माल पर आयात शुल्क में बढ़ोतरी करने का संकेत दिया है. सरकार ने कहा है कि 12 क्षेत्रों में घरेलू उत्पादन बढ़ाने पर विचार किया जा रहा है. इसके साथ ही सरकार ने एयरकंडीशन के कम्प्रेशर्स पर एंटी डंपिंग ड्यूटी लगाने का संकेत दिया है. सरकार की ओर से आयात शुल्क में बढ़ोतरी और एंटी डंपिंग चार्ज लगाने के संकेत का असर घरेलू बाजार पर दिखायी दिया.

Posted By : Vishwat Sen

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