बंगाल की मशहूर मिठाई ‘नोलेन गुड़ संदेश’ को मिला जीआई टैग, सात प्रोडक्ट और अभी हैं शामिल

GI Tag: पश्चिम बंगाल की नोलेन गुड़ संदेश को जीआई टैग मिला है. इसके साथ ही, सात दूसरे उत्पादों को भी जीआई टैग मिला है. नोलेन गुड़ संदेश सहित सात नए उत्पादों को जीआई टैग मिलना पश्चिम बंगाल की सांस्कृतिक विरासत और पारंपरिक खाद्य पदार्थों के लिए एक बड़ी उपलब्धि है. पूरे भारत में 500 से अधिक उत्पादों को जीआई टैग मिल चुका है.

By KumarVishwat Sen | April 4, 2025 8:44 PM

GI Tag: पश्चिम बंगाल की पारंपरिक मिठाई ‘नोलेन गुड़ संदेश’ और बरुईपुर अमरूद सहित सात उत्पादों को विशेष भौगोलिक संकेत (GI) टैग मिला है. इस फैसले से इन उत्पादों को अंतरराष्ट्रीय पहचान मिलने के साथ-साथ स्थानीय अर्थव्यवस्था को भी बढ़ावा मिलने की उम्मीद है.

नोलेन गुड़ संदेश बंगाल की खास मिठाई

  • नोलेन गुड़ संदेश ताजे छेना और खजूर के गुड़ (नोलेन गुड़) से तैयार किया जाता है.
  • यह विशेष रूप से सर्दियों में बनाया जाता है और बंगाली परिवारों के लिए एक पारंपरिक मिठाई है.
  • खजूर के गुड़ की आधुनिक पैकेजिंग और लंबी शेल्फ लाइफ इसे और लोकप्रिय बना रही है.

दूसरी बंगाली मिठाइयों को भी जीआई टैग मिला

इस बार पश्चिम बंगाल के कुल सात उत्पादों को जीआई टैग प्राप्त हुआ है.

  • नोलेन गुड़ संदेश
  • बरुईपुर अमरूद
  • कमरपुकुर का सफेद बोंडे
  • मुर्शिदाबाद का छनबोरा
  • बिष्णुपुर का मोतीचूर लड्डू
  • राधुनीपगल चावल
  • मालदा का निस्तारी रेशमी धागा

जीआई टैग से मिलेगा वैश्विक पहचान

फेडरेशन ऑफ एसोसिएशन ऑफ कॉटेज एंड स्मॉल इंडस्ट्रीज के अध्यक्ष एचके गुहा ने कहा कि यह पश्चिम बंगाल के लिए एक बड़ा कदम है. राज्य में अभी भी कई पारंपरिक मिठाइयों और उत्पादों को अपनी पहचान मिलने का इंतजार है. पश्चिम बंगाल विज्ञान, प्रौद्योगिकी और जैव प्रौद्योगिकी विभाग स्थानीय उत्पादों को प्रमोट करने के लिए जागरूकता कार्यक्रम आयोजित कर रहा है.

पश्चिम बंगाल के दूसरे जीआई टैग वाले उत्पाद

पश्चिम बंगाल को अब तक 26 उत्पादों के लिए जीआई टैग मिल चुका है, जिसमें हस्तशिल्प, वस्त्र, चाय, खाद्य पदार्थ और कला शामिल हैं. इसके अलावा, पश्चिम बंगाल सरकार अब कई पारंपरिक मिठाइयों और उत्पादों को जीआई टैग दिलाने पर जोर दे रही है.

  • मोगराहाट का पारंपरिक चांदी शिल्प
  • शक्तिगढ़ का लंगचा
  • कृष्णनगर का स्वर पुरी
  • राणाघाट का पंतुआ

भारत में जीआई टैग की स्थिति

  • पूरे भारत में 500 से अधिक उत्पादों को जीआई टैग मिल चुका है.
  • जीआई टैग मिलने से इन उत्पादों को कानूनी संरक्षण मिलता है और नकली उत्पादों से बचाव किया जा सकता है.
  • यह स्थानीय कारीगरों और उत्पादकों के लिए आर्थिक रूप से लाभकारी साबित होता है.

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बंगाल के लिए बड़ी उपलब्धि

नोलेन गुड़ संदेश सहित सात नए उत्पादों को जीआई टैग मिलना पश्चिम बंगाल की सांस्कृतिक विरासत और पारंपरिक खाद्य पदार्थों के लिए एक बड़ी उपलब्धि है. इससे राज्य के उत्पादों को अंतरराष्ट्रीय पहचान मिलेगी और स्थानीय उद्योग को मजबूती मिलेगी.

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