Hurun India Report 2025: मुंबई बनी देश की मिलेनियर कैपिटल, शहर में रहते हैं 1.42 लाख करोड़पति परिवार

Hurun India Report 2025: हुरुन इंडिया वेल्थ रिपोर्ट 2025 के अनुसार, मुंबई को भारत की ‘मिलेनियर कैपिटल’ के तौर पर घोषित किया गया है, जहाँ 1.42 लाख करोड़पति परिवार रहते हैं. 2021 से महाराष्ट्र में करोड़पति परिवारों की संख्या में 194% की बढ़ोतरी दर्ज हुई है. मुंबई की आर्थिक ताकत इसके वित्तीय ढांचे में भी झलकती है, जहाँ RBI, BSE, NSE और SEBI जैसे प्रमुख संस्थानों का मुख्यालय है. राज्य के GSDP में 55% वृद्धि ने इसे भारत की सबसे शक्तिशाली अर्थव्यवस्थाओं में शामिल किया है. रिपोर्ट में मुकेश अंबानी, दिलीप संघवी और सायरस पूनावाला जैसे टॉप 7 अरबपतियों की संपत्ति का भी विवरण शामिल है.

By KumarVishwat Sen | September 24, 2025 2:51 PM

Hurun India Report 2025: देश की औद्योगिक राजधानी मुंबई को मिलेनियर कैपिटल घोषित किया गया है. हुरुन इंडिया वेल्थ रिपोर्ट 2025 में मुंबई को भारत की ‘मिलेनियर कैपिटल’ यानी करोड़पतियों की राजधानी घोषित किया गया है. आंकड़े बताते हैं कि 2021 से अब तक महाराष्ट्र में करोड़पति परिवारों की संख्या में 194% की जबरदस्त बढ़ोतरी हुई है. अकेले मुंबई में ही 1,42,000 करोड़पति परिवार रहते हैं, जो इसे देश के सबसे अमीर शहर के रूप में स्थापित करता है. यह आंकड़े केवल धन के स्तर की नहीं, बल्कि मुंबई की आर्थिक गहराई और वित्तीय महत्व की भी पुष्टि करते हैं. भारत के सबसे अमीर व्यक्ति मुकेश अंबानी का निवास ‘एंटीलिया’ भी यही स्थित है.

महाराष्ट्र की आर्थिक स्थिति

राज्य के सकल राज्य घरेलू उत्पाद (GSDP) में 55% की बढ़ोतरी दर्ज की गई है, जिससे महाराष्ट्र देश की समृद्ध अर्थव्यवस्था का एक मजबूत स्तंभ बन चुका है. इसकी संपत्ति और वित्तीय गतिविधियों पर पकड़ इसे आने वाले दशक में भारत का सबसे रणनीतिक और शक्तिशाली राज्य बना सकती है.

मुंबई की ताकत हैं ये संस्थान

मुंबई की ताकत सिर्फ करोड़पतियों की संख्या में नहीं, बल्कि इसके वित्तीय ढांचे में भी है. यहां भारत की सबसे महत्वपूर्ण वित्तीय संस्थाएं जैसे रिजर्व बैंक ऑफ़ इंडिया (आरबीआई), बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई), नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) और सिक्योरिटीज एंड एक्सचेंज बोर्ड ऑफ इंडिया (सेबी) का मुख्यालय स्थित है, जो इसे एशिया की वित्तीय राजधानी बनने की दिशा में आगे करता है.

महाराष्ट्र के टॉप 7 अरबपति

मुकेश अंबानी (9 लाख करोड़ रुपये )

रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन मुकेश अंबानी भारतीय उद्योग जगत की सबसे प्रभावशाली हस्ती माने जाते हैं. उनकी अनुमानित संपत्ति 119.5 बिलियन डॉलर है, जो अकेले आइसलैंड, एस्टोनिया और बोस्निया-हर्जेगोविना की कुल जीडीपी से भी अधिक है. अंबानी परिवार की लग्जरी संपत्तियों में कारों का दुर्लभ कलेक्शन और भव्य रियल एस्टेट भी शामिल है.

दिलीप संघवी (2.85 लाख करोड़ रुपये)

सन फार्मास्युटिकल इंडस्ट्रीज के संस्थापक दिलीप सांघवी फार्मा सेक्टर के दिग्गजों में गिने जाते हैं. उनकी संपत्ति 25 बिलियन डॉलर है. उन्होंने 2014 में अपने सबसे बड़े प्रतिद्वंदी रैनबैक्सी लैब्स को 4 बिलियन डॉलर में खरीदकर अपनी सबसे बड़ी खरीदारी की थी. यह भारतीय फार्मा क्षेत्र की सबसे बड़ी डील में से एक थी.

सायरस पूनावाला (2.1 लाख करोड़ रुपये )

सीरम इंस्टिट्यूट ऑफ़ इंडिया के प्रमुख सायरस पूनावाला विश्व के सबसे बड़े वैक्सीन उत्पादक हैं. महामारी के दौर में इनकी भूमिका वैश्विक स्तर पर चर्चा में रही थी. वे भारत के सबसे प्रभावशाली हेल्थकेयर टायकून माने जाते हैं. ये अरबपति अकेले 140 बिलियन डॉलर की संपत्ति के मालिक हैं.

बजाज परिवार (2 लाख करोड़ रुपये)

लगभग एक सदी पुराना बजाज ग्रुप भारत के औद्योगिक इतिहास में एक अहम नाम है. पुणे में स्थापित इस ग्रुप के प्रमुख राहुल बजाज पुणे के रहने वाले थे और 2022 में उनका निधन हो गया था. उनके बाद इस ग्रुप को अब उनके बेटे राजीव बजाज और संजीव बजाज के नेतृत्व में चलाया जा रहा है. बजाज ऑटो और बजाज फिनसर्व जैसे ब्रांड इस ग्रुप का हिस्सा हैं.

राधाकिशन दमानी और परिवार (1.9 लाख करोड़ रुपये)

दमानी परिवार भारत के फैशन और रिटेल उद्योग के सबसे बड़े अरबपतियों में से एक हैं. इसमें राधाकिशन और उनके भाई गोपिकिशन शामिल हैं. रिटेल साम्राज्य की शुरुआत के बाद, 2017 में आईपीओ लॉन्च किया गया. उनके पास कई कंपनियों में हिस्सेदारी है, जैसे तंबाकू कंपनी विएसटी इंडस्ट्रीज और पहले इंडिया सीमेंट्स में भी थी. इसके अलावा, उनके पास भारत की सबसे बड़ी रियल एस्टेट खरीद में से एक है, जिसमें होटल और निजी आवास शामिल हैं.

कुमार बिड़ला (1.8 लाख करोड़ रुपये )

इस चौथी पीढ़ी के अरबपति कुमार बिड़ला के पास 21 बिलियन डॉलर की संपत्ति है और वे 66 बिलियन डॉलर के आदित्य बिड़ला ग्रुप के प्रमुख हैं. मुंबई स्थित यह ग्रुप 40 देशों में सक्रिय हैं और उनके व्यवसाय में सीमेंट, टेक्सटाइल्स, एल्युमिनियम, टेलीकॉम, वित्तीय सेवाएं और पेंट्स भी शामिल हैं.

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शापूर मिस्त्री और परिवार (1.7 लाख करोड़ रुपये)

159 साल पुराने निर्माण उद्योग के दिग्गज शापूर मिस्त्री शापूरजी पल्लोनजी ग्रुप का नेतृत्व करते हैं. परिवार की सबसे बड़ी संपत्ति टाटा सन्स में 18.4% हिस्सेदारी है, जो 165 बिलियन डॉलर (राजस्व) के टाटा ग्रुप की होल्डिंग कंपनी है.

रिपोर्ट: सौम्या शाहदेव

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