Microsoft Investment: भारत में 17.5 बिलियन डॉलर का बड़ा निवेश करेगी माइक्रोसॉफ्ट, पीएम मोदी ने सत्य नडेला का किया स्वागत

Microsoft Investment: भारत में एआई इकोसिस्टम को गति देने के लिए माइक्रोसॉफ्ट 17.5 बिलियन डॉलर का अब तक का सबसे बड़ा निवेश कर रही है. पीएम नरेंद्र मोदी से मुलाकात के बाद सत्य नडेला ने इस ऐतिहासिक घोषणा की. यह निवेश भारत में क्लाउड, एआई इंफ्रास्ट्रक्चर, कौशल विकास और संप्रभु तकनीकी क्षमताओं को मजबूत करेगा. माइक्रोसॉफ्ट का यह कदम युवाओं को नए अवसर देगा और देश को एआई-प्रथम भविष्य की ओर तेजी से आगे बढ़ाएगा.

By KumarVishwat Sen | December 9, 2025 8:32 PM

Microsoft Investment: माइक्रोसॉफ्ट ने भारत के तेजी से उभरते आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) इकोसिस्टम में अब तक का सबसे बड़ा निवेश करने का ऐलान किया है. कंपनी के चेयरमैन और सीईओ सत्य नडेला ने 17.5 बिलियन अमेरिकी डॉलर के इस निवेश की घोषणा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात के बाद की. यह निवेश न केवल एशिया में माइक्रोसॉफ्ट का सबसे बड़ा निवेश होगा, बल्कि भारत की एआई यात्रा को एक नए चरण में ले जाने वाला ऐतिहासिक मोड़ भी साबित होगा. प्रधानमंत्री मोदी ने इसे भारत के युवाओं, तकनीकी क्षमताओं और इनोवेशन क्षमता के लिए एक विशाल अवसर बताया.

प्रधानमंत्री मोदी ने एक्स पर किया पोस्ट

पीएम मोदी ने एक्स पर साझा किए संदेश में लिखा कि एआई के दौर में पूरी दुनिया भारत को लेकर आशावादी है. उन्होंने सत्य नडेला के साथ हुई चर्चा को अत्यंत उपयोगी और प्रेरणादायक बताया. पीएम मोदी ने यह भी कहा कि एशिया में माइक्रोसॉफ्ट का सबसे बड़ा निवेश भारत में करना यह बताता है कि वैश्विक तकनीकी कंपनियां भारत की डिजिटल भविष्य और एआई नेतृत्व क्षमता को गंभीरता से देख रही हैं. उनके अनुसार, यह निवेश भारत के युवाओं को एआई इनोवेशन का इस्तेमाल कर वैश्विक स्तर पर बेहतर समाधान तैयार करने में सक्षम बनाएगा, जिससे एक अधिक टिकाऊ और प्रगतिशील भविष्य का निर्माण होगा.

सत्य नडेला की पीएम मोदी से चर्चा

सत्य नडेला ने एक्स पर कहा कि भारत के एआई अवसर पर प्रधानमंत्री मोदी के साथ बातचीत बेहद प्रेरणादायक रही. उन्होंने माइक्रोसॉफ्ट द्वारा किए जा रहे 17.5 बिलियन डॉलर के निवेश को भारत के एआई-प्रथम भविष्य की दिशा में उठाया गया सबसे बड़ा कदम बताया. सत्य नडेला के अनुसार, यह निवेश बुनियादी ढांचे, कौशल विकास और संप्रभु क्षमताओं को सशक्त करेगा, जिससे भारत वैश्विक स्तर पर एक अग्रणी एआई राष्ट्र के रूप में उभर सकेगा. उन्होंने यह भी कहा कि भारत की एआई महत्वाकांक्षा माइक्रोसॉफ्ट के लिए भविष्य के तकनीकी अवसरों का केंद्र है.

माइक्रोसॉफ्ट का निवेश मॉडल

माइक्रोसॉफ्ट ने अपने बयान में यह स्पष्ट किया है कि कंपनी का यह निवेश तीन स्तंभ पैमाना, कौशल और संप्रभुता पर आधारित होगा. इन तीनों क्षेत्रों में निवेश का मुख्य उद्देश्य ऐसा एआई इकोसिस्टम तैयार करना है, जो न केवल भारत की जरूरतों को पूरा करे, बल्कि देश को डिजिटल सार्वजनिक अवसंरचना से एआई सार्वजनिक अवसंरचना के चरण में ले जाए. कंपनी का कहना है कि भारत के साथ मिलकर वह आने वाले वर्षों में ऐसे मानक स्थापित करेगी, जिनका असर वैश्विक तकनीकी परिदृश्य पर भी दिखेगा.

भारत में माइक्रोसॉफ्ट की बढ़ती मौजूदगी

भारत माइक्रोसॉफ्ट के लिए लंबे समय से एक महत्वपूर्ण तकनीकी हब रहा है. कंपनी तीन दशकों से भारत में सक्रिय है और देश में एक विशाल कार्यबल और मजबूत तकनीकी बुनियादी ढांचा स्थापित कर चुकी है. माइक्रोसॉफ्ट इंडिया और दक्षिण एशिया के अध्यक्ष पुनीत चंडोक ने बताया कि जनवरी 2025 में घोषित 3 बिलियन डॉलर की घोषणा के बाद यह नया निवेश कंपनी की भारत में दीर्घकालिक प्रतिबद्धता को और मजबूत करता है. उनके अनुसार, माइक्रोसॉफ्ट का एआई इकोसिस्टम पर केंद्रित यह निवेश भारत की तकनीकी आकांक्षाओं को वास्तविक प्रभाव में बदलने का प्रयास है.

क्लाउड, एआई और रोजगार पर बड़ा असर

माइक्रोसॉफ्ट ने कहा है कि यह निवेश क्लाउड और एआई इंफ्रास्ट्रक्चर को सुदृढ़ करने, उन्नत कौशल विकास कार्यक्रम शुरू करने और भारत में अपने संचालन विस्तार के लिए उपयोग किया जाएगा. कंपनी वर्तमान में बेंगलुरु, हैदराबाद, पुणे, गुरुग्राम, नोएडा सहित कई शहरों में 22,000 से अधिक कर्मचारियों के साथ कार्यरत है. निवेश के अगले चरण में माइक्रोसॉफ्ट देश में एआई डेटा सेंटर, कंप्यूटिंग क्षमता और सुरक्षा ढांचे को और विस्तृत करेगी. इससे तकनीकी पेशेवरों, डेवलपर्स और स्टार्टअप्स के लिए नए अवसर भी खुलेंगे.

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भारत के एआई भविष्य की ओर निर्णायक कदम

माइक्रोसॉफ्ट का यह निर्णय भारत के एआई-चालित विकास मॉडल को नई रफ्तार देगा. यह निवेश केवल तकनीक तक सीमित नहीं है, बल्कि यह भारत को वैश्विक स्तर पर प्रतिस्पर्धी, नवाचार-संचालित और आत्मनिर्भर तकनीकी महाशक्ति के रूप में स्थापित करने की दिशा में एक बड़ा कदम है. प्रधानमंत्री मोदी और सत्य नडेला के बीच हुई मुलाकात ने भारत की एआई महत्वाकांक्षाओं को मजबूत किया है और यह निवेश आने वाले दशक में भारत की डिजिटल अर्थव्यवस्था के विकास को और गति देगा.

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