भारत के लिए खुशखबरी, 1 जनवरी 2026 से ऑस्ट्रेलिया में भारतीय उत्पाद ड्यूटी-फ्री
Indian Exports to Australia Duty Free: पीयूष गोयल ने बताया कि ECTA लागू होने के बाद से ही इसके सकारात्मक परिणाम सामने आने लगे हैं. 2024–25 वित्त वर्ष के दौरान ऑस्ट्रेलिया को भारत का निर्यात करीब 8 प्रतिशत बढ़ा है. इस समझौते ने न सिर्फ भारतीय उत्पादों को बेहतर बाजार पहुंच दी है,
Indian Exports to Australia Duty Free: भारत–ऑस्ट्रेलिया आर्थिक सहयोग एवं व्यापार समझौता (ECTA) भारतीय निर्यातकों के लिए एक नए युग की शुरुआत करने जा रहा है. केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल के अनुसार, 1 जनवरी 2026 से ऑस्ट्रेलियाई बाजार में भारत से होने वाले सभी निर्यात पर पूरी तरह से शून्य शुल्क लागू हो जाएगा. इसके तहत ऑस्ट्रेलिया की 100 प्रतिशत टैरिफ लाइनों को भारतीय उत्पादों के लिए समाप्त किया जाएगा, जिससे खासतौर पर श्रम-प्रधान क्षेत्रों को बड़ा प्रोत्साहन मिलने की उम्मीद है.
व्यापार समझौते से बढ़ा निर्यात और मजबूत हुई सप्लाई चेन
मंत्री ने बताया कि ECTA लागू होने के बाद से ही इसके सकारात्मक परिणाम सामने आने लगे हैं. 2024–25 वित्त वर्ष के दौरान ऑस्ट्रेलिया को भारत का निर्यात करीब 8 प्रतिशत बढ़ा है. इस समझौते ने न सिर्फ भारतीय उत्पादों को बेहतर बाजार पहुंच दी है, बल्कि सप्लाई चेन को अधिक मजबूत और भरोसेमंद बनाने में भी मदद की है. इससे निर्यातकों, एमएसएमई, किसानों और श्रमिकों को व्यापक स्तर पर लाभ हुआ है.
व्यापार घाटे में उल्लेखनीय कमी
अप्रैल 2022 में हस्ताक्षरित इस व्यापार समझौते का असर भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच व्यापार संतुलन पर भी साफ दिखाई देता है. भारत का व्यापार घाटा 2022–23 में 12.06 अरब डॉलर था, जो 2024–25 में घटकर 6.9 अरब डॉलर रह गया. यानी इसमें 42 प्रतिशत से अधिक की कमी दर्ज की गई है, जो ECTA की प्रभावशीलता को दर्शाती है.
विनिर्माण और कृषि निर्यात में तेजी
भारतीय निर्यात वृद्धि में विनिर्मित वस्तुओं की प्रमुख भूमिका रही है. रसायन, वस्त्र, दवाइयां, प्लास्टिक और पेट्रोलियम उत्पादों के निर्यात में मजबूत बढ़ोतरी हुई है. वहीं रत्न और आभूषण क्षेत्र में भी उल्लेखनीय प्रगति देखने को मिली है, जहां अप्रैल से नवंबर 2025 के बीच निर्यात 16 प्रतिशत तक बढ़ा. कृषि क्षेत्र में भी निर्यात ने नई ऊंचाइयों को छुआ है, जिसमें फल-सब्जियां, समुद्री उत्पाद, मसाले और विशेष रूप से कॉफी के निर्यात में तेज उछाल दर्ज किया गया है.
जैविक उत्पादों के लिए नई राह
मंत्री पीयूष गोयल ने जैविक उत्पादों को लेकर भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच हुए म्यूचुअल रिकग्निशन अरेंजमेंट (MRA) को एक महत्वपूर्ण उपलब्धि बताया. इस व्यवस्था से प्रमाणन प्रक्रियाएं सरल होंगी, अनुपालन लागत कम होगी और ऑस्ट्रेलियाई बाजार में भारतीय जैविक उत्पादों के लिए व्यापार करना पहले से कहीं अधिक आसान हो जाएगा. कुल मिलाकर, ECTA भारत–ऑस्ट्रेलिया व्यापार संबंधों को नई मजबूती देने वाला समझौता साबित हो रहा है.
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