Gold Price Hikes: गिरकर भी 1,172 रुपये महंगा हो गया सोना, जानें 30 दिन पहले क्या था भाव
Gold Price Hikes: 7 नवंबर 2025 तक सोने की कीमतें भले ही 882 रुपये घटी हों, लेकिन 30 दिनों में यह 1,172 रुपये प्रति 10 ग्राम महंगा हुआ है. आईबीजेए के अनुसार, 6 अक्टूबर को सोना 1,19,059 रुपये था, जो बढ़कर 1,20,231 रुपये पर पहुंचा. वहीं, चांदी 558 रुपये सस्ती होकर 1,48,275 रुपये प्रति किलो रही. फेडरल रिजर्व के फैसले और अमेरिकी आंकड़े आने वाले दिनों में सोने की दिशा तय करेंगे.
Gold Price Hikes: आभूषण विक्रेताओं और स्टॉकिस्टों की बिकवाली की वजह से 3 नवंबर 2025 से चालू सप्ताह के दौरान सोने की कीमतों में भले ही गिरावट दर्ज की गई हो, लेकिन सर्राफा बाजार में गिरकर भी सोना करीब 1,172 रुपये प्रति 10 ग्राम महंगा हो गया. सोने की कीमतों में यह बढ़ोतरी पिछले 30 दिनों के दौरान दर्ज की गई है. हालांकि, अमेरिका के केंद्रीय बैंक फेडरल रिजर्व के अधिकारियों के भाषण और अमेरिकी आंकड़े अगले हफ्ते सोने की कीमतों की दशा-दिशा तय करेंगे. लेकिन, फिलहाल बिकवाली ने सोने की कीमतों को गिराने में अहम भूमिका निभाई है. आइए, जानते हैं कि 30 दिन पहले 6 अक्टूबर 2025 को सोना किस भाव पर बंद हुआ था और चांदी का स्तर क्या था?
3 नवंबर 2025 के बाद 882 रुपये सस्ता हुआ सोना
ऑल इंडिया बुलियन ज्वेलर्स एसोसिएशन (आईबीजेए) की आधिकारिक वेबसाइट के अनुसार, 3 नवंबर 2025 को शुरू हुए सप्ताह के दौरान सोने की कीमतों में करीब 882 रुपये की गिरावट दर्ज की गई है. 3 नवंबर को 24 कैरेट वाला शुद्ध सोना 1,21,113 रुपये प्रति 10 ग्राम पर बंद हुआ था, जो 7 नवंबर, 2025 को 882 रुपये प्रति 10 ग्राम गिरकर 1,20,231 रुपये प्रति 10 ग्राम के स्तर पर बंद हुआ.
6 अक्टूबर को 1,19,059 रुपये पर बंद हुआ था सोना
आईबीजेए की वेबसाइट के अनुसार, 6 अक्टूबर 2025 से लेकर 7 नवंबर 2025 के बीच सोने की कीमतों में करीब 1,172 रुपये प्रति 10 ग्राम की बढ़ोतरी दर्ज की गई है. 6 अक्टूबर 2025 को 24 कैरेट सोना 1,19,059 रुपये प्रति 10 ग्राम पर बंद हुआ था, जो 7 नवंबर 2025 को 1,20,231 रुपये प्रति 10 ग्राम पर पहुंच गया.
30 दिनों में 558 रुपये सस्ती हुई चांदी
वहीं, अगर चांदी के भाव की बात की जाए, तो पिछले 30 दिनों के दौरान चांदी की कीमतों में करीब 558 रुपये प्रति किलो की गिरावट दर्ज की गई है. 6 अक्टूबर 2025 को सर्राफा बाजार में चांदी 1,48,833 रुपये प्रति किलो के स्तर पर बंद हुई थी, जो 7 नवंबर को 558 रुपये की गिरावट के साथ 1,48,275 रुपये प्रति किलो के स्तर पर पहुंच गई.
सोने की कीमतों में गिरावट क्यों आई?
सर्राफा बाजार के विशेषज्ञों के अनुसार, स्थानीय बाजार में बिकवाली के चलते सोने की कीमतों में हल्की गिरावट दर्ज की गई है, जबकि वैश्विक स्तर पर यह तेजी दिखा रहा है. डॉलर की कमजोरी, अमेरिकी शटडाउन और निवेशकों की अनिश्चितता को देखते हुए आने वाले दिनों में सोने में फिर से बढ़ोतरी संभव है. निवेशकों के लिए यह समय सतर्कता और सही अवसर पर निवेश का है.
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फेडरल रिजर्व की गतिविधियों से अगले सप्ताह की तय होगी दिशा
एलकेपी सिक्योरिटीज के वाइस प्रेसिडेंट (जिंस एवं मुद्रा अनुसंधान) जतिन त्रिवेदी ने कहा कि आने वाले सप्ताह में बाजार प्रतिभागी अमेरिकी फेडरल रिजर्व के अधिकारियों के भाषणों और भारत तथा अमेरिका दोनों के उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (सीपीओ) आंकड़ों पर करीबी नजर रखेंगे. इन आंकड़ों के आधार पर सोने की भविष्य की दिशा तय होगी.
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