Edible Oil Price Reduced: महंगाई से थोड़ी राहत, सस्ते हुए खाने के तेल, यहां देखिए लेटेस्ट रेट

पाम तेल, सोयाबीन तेल और सनफ्लावर ऑयल के दाम में 15 रुपये प्रति लीटर तक की कटौती की गई है. दिल्ली-एनसीआर में मदर डेयरी ने अपने खाद्यतेल की कीमतों में 15 रुपये प्रति लीटर तक की कमी की है. मदर डेयरी ने कहा है कि वैश्विक बाजारों में खाद्य तेलों के दाम कम हुए है.

By Agency | June 17, 2022 1:32 PM

Edible Oil Price Reduced: बढ़ते महंगाई में थोड़ी राहत मिलती दिख रही है. दरअसल, खाने के तेलों की कीमतों में कुछ कमी की गई है. खाने के तेल की कीमत में 15 रुपये प्रति लीटर तक की कटौती की गई है. जाहिर है महंगाई की मार झेल रही आम जनता को इससे थोड़ी राहत मिलेगी. ब्रांडेड खाने के तेल के निर्माता कंपनियों ने पाम तेल, सोयाबीन तेल और सनफ्लावर ऑयल के दाम में 15 रुपये प्रति लीटर तक की कटौती की है. दरअसल अंतर्राष्ट्रीय बाजारों में खाने के तेल के दाम घटने के बाद कई कंपनियों ने भी खाद्य तेल के दाम घटा दिए हैं.

मदर डेयरी ने भी घटाए दाम: दिल्ली-एनसीआर में प्रमुख दूध आपूर्तिकर्ताओं में से एक मदर डेयरी ने अपने खाद्यतेल की कीमतों में 15 रुपये प्रति लीटर तक की कमी की है. मदर डेयरी ने कहा है कि वैश्विक बाजारों में खाद्य तेलों के दाम कम हुए है. इसी को देखते हुए मदर डेयरी भी खाने पीने के तेल के दामों में कटौती की है.

धारा रिफाइंड के कम हुए दाम: गौरतलब है कि मदर डेयरी अपने खाद्य तेलों को धारा ब्रांड के नाम के तहत बेचती है. दाम कम होने के बाद धारा सरसों तेल (एक लीटर पॉली पैक) की कीमत 208 रुपये से घटाकर 193 रुपये प्रति लीटर कर दी गई है. धारा रिफाइंड सूरजमुखी तेल (एक लीटर पॉली पैक) पहले के 235 रुपये प्रति लीटर से अब 220 रुपये में बेचा जाएगा. धारा रिफाइंड सोयाबीन तेल (एक लीटर पॉली पैक) की कीमत 209 रुपये से घटकर 194 रुपये हो जाएगी.

अंतरराष्ट्रीय बाजार में कम हुए दाम: कीमतों में यह कमी हाल की सरकार की पहल, अंतरराष्ट्रीय बाजारों का प्रभाव कम होने और सूरजमुखी तेल की उपलब्धता बढ़ने की वजह से हुई है. नए एमआरपी के साथ धारा खाद्य तेल अगले सप्ताह तक बाजार में पहुंच जाएगा. अंतरराष्ट्रीय बाजार में उच्च दरों के कारण पिछले एक साल से खाद्य तेल की कीमतें बहुत ऊंचे स्तर पर बनी हुई हैं. घरेलू मांग को पूरा करने के लिए भारत सालाना लगभग 1.3 करोड़ टन खाद्य तेलों का आयात करता है. खाद्य तेलों के लिए देश की आयात पर निर्भरता 60 प्रतिशत की है.

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