आपकी थाली तक जल्द पहुंचेगी सस्ती दाल! कीमतें कम करने के लिए सरकार ने उठाया बड़ा कदम

नयी दिल्ली : जल्द ही आपकी थाली तक सस्ती दाल पहुंचने लगेगी. भारत सरकार ने मसूर के दाल के आयात पर लगने वाले आयात शुल्क को हटा दिया है. इसके साथ ही सरकार ने आयात पर एग्रीकल्चर इंफ्रास्ट्रक्चर डेवपलपेंट सेस को घटाकर 10 फीसदी कर दिया है. घटा हुआ सीमा शुल्क और सेस आज मंगलवार से लागू हो जायेगा.

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 27, 2021 10:05 AM

नयी दिल्ली : जल्द ही आपकी थाली तक सस्ती दाल पहुंचने लगेगी. भारत सरकार ने मसूर के दाल के आयात पर लगने वाले आयात शुल्क को हटा दिया है. इसके साथ ही सरकार ने आयात पर एग्रीकल्चर इंफ्रास्ट्रक्चर डेवपलपेंट सेस को घटाकर 10 फीसदी कर दिया है. घटा हुआ सीमा शुल्क और सेस आज मंगलवार से लागू हो जायेगा. मौजूदा समय में कुछ शहरों में 100 रुपये किलो बिकने वाला मसूर दाल सस्ता हो जायेगा.

फाइनेंसियल एक्सप्रेस की खबर के मुताबिक मसूर दाल पर आयात शुल्क हटाने और सेस कम करने की अधिसूचना की जानकारी वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने दोनों सदनों में पेश की है. सरकार ने कहा कि आम लोगों को दाल की बढ़ती कीमतों से राहत देने के लिए यह कमद उठाया गया है. हालांकि दलहन और अनाज संघ का कहना है कि इससे कीमतों को खासा असर नहीं पड़ेगा.

बता दें कि सरकार ने मसूर दाल पर लगने वाले 30 फीसदी आयात शुल्क को घटाकर 10 फीसदी कर दिया है. वहीं मूल सीमा शुल्क 10 फीसदी से घटाकर शून्य कर दिया गया है. वहीं एग्रीकल्चर इंफ्रास्ट्रक्चर डेवपलपेंट सेस को 20 फीसदी से घटाकर आधा यानी कि 10 फीसदी कर दिया गया है. संघ का कहना है कि सरकार का यह फैसला विदेशी दाल आयातकों और उत्पादकों को फायदा पहुंचाने वाला है.

Also Read: निर्मला सीतारमण ने कहा – आर्थिक संकट से उबरने के लिए नए नोट छापने का नहीं है कोई प्लान

संघ ने कहा कि इससे आयातित दाल की कीमतों में कमी जरूर आयेगी, लेकिन मंडियों में ज्यादातर स्वदेशी दालें आती हैं, इसलिए कीमतों पर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा. सरकार की नयी अधिसूचना के मुताबिक अमेरिका के अलावा दूसरे देशों से निर्यात किये जाने वाली मसूर की दालों पर लगने वाले सीमा शुल्क को घटाकर शून्य कर दिया गया है.

बता दें कि पिछले कुछ महीनों ने देश मे तूर और मसूर की दालों में काफी बढ़ोतरी दर्ज की गयी है. अरहर दाल जहां अधिकतर जगहों पर 100 रुपये प्रति किलो के पार बिक रहा है, वहीं मसूर दाल भी 100 के करीब पहुंच गया है. पेट्रोलियम की बढ़ती कीमतों का असर भी खाने-पीने के सामानों की कीमतों पर देखा जा रहा है.

Posted By: Amlesh Nandan.

Next Article

Exit mobile version