अत्याधुनिक कार बनाने को टाटा मोटर्स ने माइक्रोसॉफ्ट से किया करार

मुंबई : देश को तमाम अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस कार के निर्माण के लिए टाटा मोटर्स ने गुरुवार को माइक्रोसॉफ्ट के साथ करार करने का ऐलान किया है. टाटा मोटर्स ने एक बयान में कहा है कि उसने दुनिया भर में तकनीकी दिग्गज कंपनी माइक्रोसॉफ्ट के साथ गंठजोड़ किया है. यह करार कार के भीतर […]

By Prabhat Khabar Print Desk | February 17, 2017 10:50 AM

मुंबई : देश को तमाम अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस कार के निर्माण के लिए टाटा मोटर्स ने गुरुवार को माइक्रोसॉफ्ट के साथ करार करने का ऐलान किया है. टाटा मोटर्स ने एक बयान में कहा है कि उसने दुनिया भर में तकनीकी दिग्गज कंपनी माइक्रोसॉफ्ट के साथ गंठजोड़ किया है. यह करार कार के भीतर अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस अनुभव में सुधार के लिए किया गया है. देसी वाहन निर्माता की तरफ से सामने रखे गये ओपन प्लेटफॉर्म टैमो के तहत विभिन्न तकनीकी साझेदारों के साथ गंठजोड़ किया जाता है, ताकि कम बिक्री वाले उत्पाद पेश किये जा सकें और जो टाटा मोटर्स के उत्पाद विकसित करने की क्षमता साबित कर सके. यह कंपनी की तरफ से यात्री कार के क्षेत्र में उत्पाद की रणनीति में फेरबदल का हिस्सा है. इससे वह खुद को तकनीकी दिग्गज मसलन गूगल व उबर से मिलने वाली प्रतिस्पर्धा से सुरक्षित कर सकेगी.

टाटा मोटर्स के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) व एमडी गुंटर बट्सचेक ने कहा कि हम माइक्रोसॉफ्ट की एजर इंटेलिजेंट क्लाउड पर मौजूद कनेक्टेड व्हीकल टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल कर रहे हैं. इससे हमारे ग्राहकों को कार में डिजिटल सुविधाएं मिल सकेंगी. कंपनी माइक्रोसॉफ्ट की कनेक्टेड व्हीकल टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल कृत्रिम बुद्धिमता, मशीन लर्निंग और इंटरनेट ऑफ थिंग्स की क्षमता के साथ करेगी. रेनो-निसान के साथ ऐसी ही साझेदारी के ऐलान के समय माइक्रोसॉफ्ट ने पिछले साल तकनीकी प्लेटफॉर्म की घोषणा की थी. यह प्लेटफॉर्म माइक्रोसॉफ्ट अजूरे से लैस है और यह एक क्लाउड कंप्यूटिंग सेवा है, जो माइक्रोसॉफ्ट की तरफ से प्रबंधित डेटा सेंटर के ग्लोबल नेटवर्क के जरिये विभिन्न ऐप्लिकेशन तैयार होते हैं, उसकी तैनाती होती है और इसका प्रबंधन होता है.

टोयोटा व फोर्ड समेत अन्य वैश्विक वाहन कंपनियों के साथ भी माइक्रोसॉफ्ट का ऐसा ही गंठजोड़ है, जो तकनीक से लैस नये उत्पादों के विकास के लिए है, लेकिन भारत में टाटा मोटर्स ऐसा करने वाली पहली कंपनी है. माइक्रोसॉफ्ट इंडिया के अध्यक्ष अनंत माहेश्वरी ने बताया कि हम उम्मीद कर रहे हैं कि साल 2020 तक नयी कारों का 90 फीसदी कनेक्टेड होगा. माहेश्वरी ने कहा कि इंटरनेट ऑफ थिंग्स, कृत्रिम बुद्धिमत्ता और मशीन लर्निंग तकनीकों का इस्तेमाल कर हम भारत व दुनिया भर के वाहन चालकों को सुरक्षित, उत्पादकता से भरपूर और बेहतर अनुभव उपलब्ध करायेंगे.

टाटा मोटर्स ने कहा कि बेहतर अनुभव वाला पहला वाहन मार्च, 2017 में जिनेवा इंटरनेशनल मोटर शो में पेश किया जायेगा. कंपनियों ने कुछ विशेषताओं मसलन रेस्तरां, शॉपिंग और मार्ग आदि से संबंधित सुझाव आदि का जिक्र किया, जो चालक के लिए होगा और वह लोकेशन व उनके प्रोफाइल पर निर्भर करेगा. यह प्लेटफॉर्म कार की स्थिति पर समयबद्ध अलर्ट मुहैया करायेगा, ताकि सुनिश्चित हो कि इसका सही तरीके से रखरखाव किया गया है.

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