50 हजार करोड़ निवेश की योजना: अडाणी ग्रुप के प्रस्ताव को झारखंड सरकार की मंजूरी

रांची: देश का बड़ा औद्योगिक समूह अडाणी ग्रुप ने झारखंड में 50 हजार करोड़ रुपये के निवेश का प्रस्ताव दिया है. मुख्य सचिव राजीव गौबा की अध्यक्षता में बनी हाइ पावर कमेटी ने अडाणी ग्रुप के एमओयू के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है. अडाणी ग्रुप और उद्योग विभाग में जल्द ही एमओयू किया जायेगा. […]

By Prabhat Khabar Print Desk | May 28, 2015 6:27 AM
रांची: देश का बड़ा औद्योगिक समूह अडाणी ग्रुप ने झारखंड में 50 हजार करोड़ रुपये के निवेश का प्रस्ताव दिया है. मुख्य सचिव राजीव गौबा की अध्यक्षता में बनी हाइ पावर कमेटी ने अडाणी ग्रुप के एमओयू के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है. अडाणी ग्रुप और उद्योग विभाग में जल्द ही एमओयू किया जायेगा.
झारखंड में ही होगा एसएनजी का उत्पादन : प्रस्ताव के अनुसार, अडाणी ग्रुप झारखंड के चार शहरों रांची, जमशेदपुर, धनबाद और बोकारो शहर में सबस्टीट्यूट नेचुरल गैस (एसएनजी) की आपूर्ति पाइप लाइन से करेगा. इस एसएनजी का उत्पादन भी झारखंड में ही फोसिल या लिगAाइट कोयले से की जायेगी. यानी इन चार शहरों में लोगों को घरेलू गैस (एलपीजी) की आपूर्ति पाइप लाइन से होगी. यहां के एलपीजी उपभोक्ताओं को गैस सिलिंडर के लिए लाइन लगाने की जरूरत नहीं होगी.
कंपनी ने मुख्य सचिव को दिया प्रेजेंटेशन : अडाणी ग्रुप झारखंड में 4000 मेगावाट का पावर प्लांट भी लगाना चाहता है. प्रस्ताव के अनुसार, इसमें कम से कम एक हजार मेगावाट बिजली झारखंड को देने की बात कही गयी है. कंपनी ने इससे संबंधित प्रेजेंटेशन भी मुख्य सचिव के सामने प्रस्तुत किया. इसके तहत बोकारो, धनबाद व आसपास के इलाके में लगभग चार हजार एकड़ जमीन की जरूरत बतायी गयी है. कंपनी ने 1.3 एमएमटीपीए का यूरिया प्लांट लगाने का भी प्रस्ताव दिया गया है. साथ ही 3.3 एमएमटीपीए का मेथनॉल प्लांट लगने की भी योजना है.
क्या-क्या है प्रस्ताव
रांची, जमशेदपुर, धनबाद और बोकारो में सबस्टीट्यूट नेचुरल गैस
(8 एमएमएससीएमडी)
की आपूर्ति पाइप लाइन से
4000 मेगावाट का पावर प्लांट. इसके लिए बोकारो, धनबाद व आसपास के इलाके में लगभग चार हजार एकड़ जमीन जरूरत होगी
1.3 एमएमटीपीए का
यूरिया प्लांट
3.3 एमएमटीपीए का
मेथनॉल प्लांट

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