इंफोसिस चीन में खोलेगी अपना पहला विदेशी परिसर
बीजिंग : भारत की ओर से चीन पर सूचना प्रौद्योगिकी उत्पादों के लिये बाजार खोलने का दबाव बनाये जाने के बीच प्रमुख आइटी कंपनी इन्फोसिस ने आज करीब 12 करोड डालर के निवेश से अपना पहला विदेशी केंद्र खोलने की घोषणा की ताकि चीन के तेजी से विकसित होते बाजार का लाभ उठाया जा सके. […]
बीजिंग : भारत की ओर से चीन पर सूचना प्रौद्योगिकी उत्पादों के लिये बाजार खोलने का दबाव बनाये जाने के बीच प्रमुख आइटी कंपनी इन्फोसिस ने आज करीब 12 करोड डालर के निवेश से अपना पहला विदेशी केंद्र खोलने की घोषणा की ताकि चीन के तेजी से विकसित होते बाजार का लाभ उठाया जा सके. इस संबंध में इन्फोसिस और चीन की स्थानीय प्रांतीय सरकार ने भारत-चीन व्यवसायिक मंच में एक समझौते पर हस्ताक्षर किये.
प्रधानमंत्री ने शंघाई में आयोजित इस मंच को संबोधित किया. इन्फोसिस चीन के मुख्य कार्यकारी रंगराजन वेल्लामेर ने कहा कि यह विकास केंद्र चीन के ग्विजू प्रांत में स्थापित किया जाएगा जहां कर्मचारियों की संख्या करीब 4,500 होगी. इससे चीन और वैश्विक बाजार पर ध्यान केंद्रित करने में मदद मिलेगी.
उन्होंने कहा कि यह देश से बाहर इन्फोसिस का पहला केंद्र होगा. यह अगले साल तक तैयार हो जाएगा. इससे चीनी बाजार के वृद्धि के रुझान का फायदा उठाने में कंपनी का लाभ मिलेगा. भारत और चीन का द्विपक्षीय व्यापार पिछले साल 70.6 अरब डालर रहा जिसमें भारत का व्यापार घाटा करीब 48 अरब डालर रहा, यही वजह है कि भारत, चीन पर बाजार खोलने के लिये दबाव बना रहा है.
Disclaimer: शेयर बाजार से संबंधित किसी भी खरीद-बिक्री के लिए प्रभात खबर कोई सुझाव नहीं देता. हम बाजार से जुड़े विश्लेषण मार्केट एक्सपर्ट्स और ब्रोकिंग कंपनियों के हवाले से प्रकाशित करते हैं. लेकिन प्रमाणित विशेषज्ञों से परामर्श के बाद ही बाजार से जुड़े निर्णय करें.
