EPFO को 2014-15 में अंशधारकों से योगदान के रुप में मिलेंगे 79,000 करोड़ रुपये

नयी दिल्ली : कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (ईपीएफओ) ने चालू वित्त वर्ष में अपने जमा कोष में 79,377 करोड रुपये की बढोतरी का अनुमान लगाया है. एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि ईपीएफओ के निर्णय लेने वाले शीर्ष निकाय केंद्रीय न्यासी बोर्ड (सीबीटी) ने कल बैठक में 2014-15 के लिये योगदान के रूप में 79,377 […]

By Prabhat Khabar Print Desk | December 21, 2014 12:14 PM

नयी दिल्ली : कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (ईपीएफओ) ने चालू वित्त वर्ष में अपने जमा कोष में 79,377 करोड रुपये की बढोतरी का अनुमान लगाया है. एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि ईपीएफओ के निर्णय लेने वाले शीर्ष निकाय केंद्रीय न्यासी बोर्ड (सीबीटी) ने कल बैठक में 2014-15 के लिये योगदान के रूप में 79,377 करोड रुपये की वृद्धि के अनुमान को मंजूरी दे दी है.

यह 14 प्रतिशत से अधिक वृद्धि दर्शाता है. उपलब्ध सूचना के अनुसार ईपीएफओ को अपनी सामाजिक सुरक्षा योजनाओं के दायरे में आने वाले पांच करोड अंशधारकों से 2013-14 में बढी हुई जमा राशि के रुप में 71,195 करोड रुपये प्राप्त हुए जो 2012-13 में प्राप्त 61,143 करोड रुपये से 16 प्रतिशत अधिक था.

चालू वित्त वर्ष में 79,377 करोड रुपये के योगदान में से 59,346 करोड रुपये भविष्य निधि योगदान के रूप में जबकि 19,000 करोड रुपये पेंशन तथा 1,031 करोड रुपये ‘डिपोजिट लिंक्ड बीमा योजना’ के मद में योगदान के रुप में प्राप्त होने का अनुमान है. ईपीएफओ का प्रशासनिक शुल्क 2014-15 में 4,905 करोड रुपये रहने का अनुमान है जो पिछले वित्त वर्ष के मुकाबले करीब 16 प्रतिशत अधिक है.

एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि अब तक प्राप्त योगदान के आधार पर यह यह अनुमान लगाया गया है और मासिक वेतन सीमा बढाकर 15,000 रुपये किये जाने से यह और अधिक हो सकता है. कर्मचारी भविष्य निधि संगठन ने ईपीएफओ का सदस्य बनने के लिये वेतन सीमा 6,500 रुपये से बढाकर 15,000 रुपये प्रति माह कर दी है.

यह निर्णय एक सितंबर से प्रभाव में आ गया है. फिलहाल ईपीएफओ छह लाख करोड रुपये से अधिक कोष का प्रबंधन कर रहा है. निकाय ने इस साल पीएफ जमा पर 8.75 प्रतिशत रिटर्न देने की घोषणा की है. पिछले साल भी रिटर्न इतना ही था.

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