CAB का भारी विरोध-प्रदर्शन के चलते विमानन कंपनियों ने रद्द की असम की उड़ानें

नयी दिल्ली : नागरिकता (संशोधन) विधेयक के खिलाफ असम में जारी व्यापक विरोध-प्रदर्शन के कारण विभिन्न विमानन कंपनियों ने राज्य के कई शहरों की उड़ानें गुरुवार को रद्द कर दी. उड़ानें रद्द करने वाली विमानन कंपनियों में इंडिगो, विस्तार, एयर इंडिया और स्पाइसजेट शामिल हैं. गोएयर और एयर एशिया ने यात्रा की तारीख बदलने पर […]

By Prabhat Khabar Print Desk | December 12, 2019 7:50 PM

नयी दिल्ली : नागरिकता (संशोधन) विधेयक के खिलाफ असम में जारी व्यापक विरोध-प्रदर्शन के कारण विभिन्न विमानन कंपनियों ने राज्य के कई शहरों की उड़ानें गुरुवार को रद्द कर दी. उड़ानें रद्द करने वाली विमानन कंपनियों में इंडिगो, विस्तार, एयर इंडिया और स्पाइसजेट शामिल हैं. गोएयर और एयर एशिया ने यात्रा की तारीख बदलने पर लगने वाले शुल्क को समाप्त करने की घोषणा की है.

इंडिगो के एक प्रवक्ता ने बयान में कहा कि असम में विरोध-प्रदर्शनों की स्थिति को देखते हुए गुरुवार को गुवाहाटी तथा डिब्रूगढ़ की उड़ानें रद्द की गयी हैं. उन्होंने कहा कि हम इन स्थानों पर अटके यात्रियों के लिए अभी राहत उड़ानें चला रहे हैं, जिसके किराये की अधिकतम सीमा स्थिर है. कंपनी ने गुवाहाटी, डिब्रूगढ़ और जोरहाट की उड़ानों के यात्रियों के लिए 13 दिसंबर तक टिकट रद्द करने या यात्रा की तिथि बदलने के लिए शुल्क समाप्त कर दिया है.

विस्तार ने एक ट्वीट में बताया कि उसने सरकार के परामर्श के अनुसार उड़ानें रद्द की हैं. एयर इंडिया के एक प्रवक्ता ने बताया कि कंपनी ने सिर्फ कोलकाता और डिब्रूगढ़ के बीच की उड़ान को रद्द किया है. गोएयर ने एक बयान में कहा कि उसने गुवाहाटी जाने या वहां से आने वाली 13 दिसंबर तक की उड़ानों के टिकट की तारीख बदलने पर शुल्क नहीं लेने का निर्णय लिया है.

एयर एशिया ने कहा कि उसने त्रिपुरा के अगरतला तथा गुवाहाटी जाने और वहां से आने वाली 13 दिसंबर तक की उड़ानों के लिए रद्द करने या तारीख व स्थान बदलने के शुल्क को समाप्त कर दिया है. हालांकि, कंपनी ने कहा है कि यदि किराये में कोई अंतर होगा, तो यात्री को उसका वहन करना होगा. वहीं, नागर विमानन सचिव प्रदीप सिंह खरौला से फोन एवं संदेशों के जरिये असम की उड़ानें रद्द करने के मंत्रालय के परामर्श के बारे में प्रतिक्रिया के लिये संपर्क करने की कोशिशें की गयीं, लेकिन उनकी कोई प्रतिक्रिया नहीं मिल सकी है.

गौरतलब है कि नागरिकता (संशोधन) विधेयक के संसद में पारित होने के बाद से पूर्वोत्तर राज्यों में बड़े पैमाने पर इसका विरोध किया जा रहा है. असम में इसके बाद से विरोध-प्रदर्शन और आगजनी की खबरें आ रही थी.

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