पनडुब्बियां बनाने के लिए तीन सरकारी कंपनी एचएसएल, भेल और मिधानी ने मिलाया हाथ
विशाखापत्तनम : हिंदुस्तान शिपयार्ड लिमिटेड (एचएसएल) ने दो अन्य सरकारी कंपनियों के साथ पनडुब्बियां बनाने के लिए हाथ मिलाया है. हिंदुस्तान शिपयार्ड ने शनिवार को एक विज्ञप्ति में इसकी जानकारी दी. इस समूह में शामिल दो अन्य सरकारी कंपनियां भारत हैवी इलेक्ट्रिकल्स लिमिटेड (भेल) और मिश्र धातु निगम लिमिटेड (मिधानी) शामिल है. इसे भी देखें […]
विशाखापत्तनम : हिंदुस्तान शिपयार्ड लिमिटेड (एचएसएल) ने दो अन्य सरकारी कंपनियों के साथ पनडुब्बियां बनाने के लिए हाथ मिलाया है. हिंदुस्तान शिपयार्ड ने शनिवार को एक विज्ञप्ति में इसकी जानकारी दी. इस समूह में शामिल दो अन्य सरकारी कंपनियां भारत हैवी इलेक्ट्रिकल्स लिमिटेड (भेल) और मिश्र धातु निगम लिमिटेड (मिधानी) शामिल है.
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विज्ञप्ति में कहा गया कि रक्षा मंत्रालय ने छह पारंपरिक पनडुब्बियों के स्वदेशी निर्माण की रूपरेखा तैयार की है. एचएसएल, भेल और मिधानी के प्रतिनिधियों ने एचएसएल के चेयरमैन एवं प्रबंध निदेशक रियर एडमिरल एलवी शरदबाबू की उपस्थिति में शुक्रवार को समझौते पर हस्ताक्षर किया. बयान में कहा गया कि इस करार का लक्ष्य तीनों कंपनियों की विशेषज्ञता का लाभ उठाकर देश को पनडुब्बी निर्माण का भरोसेमंद तथा घरेलू विकल्प उपलब्ध कराना है. तीनों कंपनियों का समूह छह पनडुब्बियां बनाने के लिए रक्षा मंत्रालय के समक्ष निविदा दायर करेगा.