पेट्रोलियम कंपनियों को सरकार का निर्देश, कीमत नहीं बढ़ायें, खुद बोझ उठायें

नयी दिल्ली : केंद्र सरकार ने सरकारी पेट्रोलियम कंपनियों से कहा है कि वे पेट्रोल और डीजल की कीमतों में और इजाफा नहीं करें. ऐसे में अब पेट्रोलियम कंपनियों को अतिरिक्त कीमत का खुद बोझ उठाना पड़ेगा. सूत्रों के अनुसार, सरकार के ऑयल मार्केटिंग कंपनियों से कहा है कि वे स्वयं पेट्रोल और डीजल के […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 11, 2018 6:36 PM

नयी दिल्ली : केंद्र सरकार ने सरकारी पेट्रोलियम कंपनियों से कहा है कि वे पेट्रोल और डीजल की कीमतों में और इजाफा नहीं करें. ऐसे में अब पेट्रोलियम कंपनियों को अतिरिक्त कीमत का खुद बोझ उठाना पड़ेगा. सूत्रों के अनुसार, सरकार के ऑयल मार्केटिंग कंपनियों से कहा है कि वे स्वयं पेट्रोल और डीजल के प्रति लीटर एक रुपये मूल्य का भार उठायें.

इस खबर का असर आज पेट्रोलियम कंपनियों के शेयरों में दिखा और उसकी कीमत में जोरदार गिरावट आयी.हिंदुस्तान पेट्रोलियम लिमिटेड के शेयर में आज 7.88 प्रतिशत की गिरावट आयी और यह 28.75 रुपये गिर कर 335.90 पर पहुंच गया. इसी तरह भारत पेट्रोलियम का शेयर लगभग आठ प्रतिशत टूट कर 415 पर पहुंच गया. वहीं, इंडियन ऑयल का शेयर लगभग सात प्रतिशत गिर कर 167 रुपये पर पहुंच गया.

हाल में क्रूड ऑयल की कीमतों में जोरदार वृद्धि हुई है और यह 3.5 की ऊंचाई पर पहुंच गयी है. भारत अपनी पेट्रालियम जरूरतों के लिए प्रमुख रूप से आयात पर निर्भर है और कुल जरूरत का 50 प्रतिशत हिस्सा बाहर के देशों से मंगाता है.

हालांकि एचपीसीएल के सीएमडी एचपी सुराना ने एक प्रमुख बिजनेस चैनल सेबातचीतमें सरकार के ऐसे किसी निर्देश की जानकारी होने से इनकार किया है. उन्होंने कहा है कि क्रूड ऑयल महंगा है इसलिए कीमतें अधिक हैं.

Disclaimer: शेयर बाजार से संबंधित किसी भी खरीद-बिक्री के लिए प्रभात खबर कोई सुझाव नहीं देता. हम बाजार से जुड़े विश्लेषण मार्केट एक्सपर्ट्स और ब्रोकिंग कंपनियों के हवाले से प्रकाशित करते हैं. लेकिन प्रमाणित विशेषज्ञों से परामर्श के बाद ही बाजार से जुड़े निर्णय करें.