OMG ! अब हर महीने 4 रुपये महंगी होगी LPG, मार्च 2018 तक सब्सिडी खत्म…!

नयी दिल्‍ली: पेट्रोल और डीजल की कीमतों को बाजार के हवाले करने के बाद अब केंद्र सरकार LPG सिलिंडर पर सब्सिडी पूरी तरह से खत्‍म करने जा रही है. जी हां, खबर है कि केंद्र सरकार ने सरकारी तेल कंपनियों से सब्सिडाइज्ड कुकिंग गैस (सब्सिडी पर मिलने वाली LPG) की कीमतें हर महीने प्रति सिलिंडर […]

By Prabhat Khabar Print Desk | July 31, 2017 7:59 PM

नयी दिल्‍ली: पेट्रोल और डीजल की कीमतों को बाजार के हवाले करने के बाद अब केंद्र सरकार LPG सिलिंडर पर सब्सिडी पूरी तरह से खत्‍म करने जा रही है.

जी हां, खबर है कि केंद्र सरकार ने सरकारी तेल कंपनियों से सब्सिडाइज्ड कुकिंग गैस (सब्सिडी पर मिलने वाली LPG) की कीमतें हर महीने प्रति सिलिंडर 4 रुपये बढ़ाने को कहा है.

यह बात पेट्रोलियम मिनिस्टर धर्मेंद्र प्रधान ने सोमवार को कही. बतायाजाता है कि चलें कि ऐसा करने का मकसद अगले साल मार्च तक पूरी सब्सिडी को खत्म करना है.

धर्मेंद्र प्रधान ने यह जानकारी लोकसभा में एक लिखित जवाब में दी. बताते चलें कि हर परिवार को एक साल में 12 सिलिंडर सब्सिडी के साथ हासिल करने की पात्रता है. इस सीमा के बाद बाजार मूल्‍य पर सिलेंडर खरीदना होता है.

यहां यह जानना गौरतलब है कि इससे पहले भी सरकार ने इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन, भारत पेट्रोलियम कॉरपोरेशन और हिंदुस्तान पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन को 1 जुलाई 2016 से प्रति माह सब्सिडी वाले LPG सिलिंडर के दाम में 2 रुपये की वृद्धि करने का अधिकार दिया था.

तब से तेल कंपनियां अब तक 10 बार LPG सिलिंडर के दाम बढ़ा चुकी हैं. सरकार ने अपने 30 मई 2017 के आदेश में तेल विपणन कंपनियों को एक जून 2017 से हर माह प्रति सिलिंडर 4 रुपये बढ़ाने को कहा है. यह वृद्धि सब्सिडी खत्‍म होने या मार्च 2018 तक जारी रहेगी.

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तेल कंपनियां नये आदेश के बाद दो बार दाम बढ़ा चुकी हैं. एक जुलाई को एलपीजी सिलिंडर की कीमत में 32 रुपये की वृद्धि की गयी थी, जो पिछले छह सालों में सबसे अधिक थी. सब्सिडी वाले LPG सिलिंडर की दिल्‍ली में वर्तमान कीमत 477.46 रुपये है.

संसद को दी गयी जानकारी में प्रधान ने बताया कि जुलाई में LPG पर सब्सिडी प्रति सिलिंडर 86.54 रुपये थी. देश में सब्सिडाइज्ड LPG के 18.11 करोड़ उपभोक्ता हैं.

इनमें 2.5 करोड़ वे गरीब महिलाएं भी शामिल हैं, जिन्हें पिछले एक साल के दौरान प्रधानमंत्री उज्जवला योजना के तहतमुफ्त कनेक्शंस दिये गये थे. नन-सब्सिडाइज्ड कुकिंग गैस के यूजर की संख्या अभी 2.66 करोड़ हैं.

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