पेट्रोल घोटाला विवाद: प्रशांत किशोर के आरोप पर संजय जायसवाल का सख्त जवाब, मेयर गरिमा पर भी उठे गंभीर सवाल
Bihar Election 2025: प्रशांत किशोर द्वारा संजय जायसवाल पर लगाए गए ‘डीजल चोरी’ के आरोपों के बाद भाजपा सांसद ने पलटवार किया है. जायसवाल ने मेयर गरिमा देवी सिकारिया पर गंभीर आरोप लगाते हुए मामले की सच्चाई सामने लाने के लिए एसआईटी जांच कराने की चेतावनी दी है.
Bihar Election 2025: जनसुराज के रणनीतिकार प्रशांत किशोर द्वारा बीजेपी सांसद संजय जायसवाल पर लगाए गए ‘डीजल चोरी’ के आरोपों के बाद मामला और गरमा गया है. प्रशांत किशोर ने दावा किया था कि संजय जायसवाल ने अपने पेट्रोल पंप के कारण दस सालों तक फ्लाईओवर निर्माण नहीं होने दिए और फर्जी बिल के माध्यम से नगर निगम से पेट्रोल-डीजल का भुगतान कराए. उन्होंने आरोप लगाया कि मेयर गरिमा देवी सिकारिया ने इस घोटाले के खिलाफ नगर आयुक्त को पत्र लिखा था.
सांसद संजय जायसवाल ने किया करारा पलटवार
इस पर बीजेपी सांसद संजय जायसवाल ने करारा पलटवार किया है. उन्होंने कहा कि गरिमा देवी सिकारिया ही डीजल चोरी मामले की असली नायिका हैं. संजय जायसवाल का आरोप है कि 19 सितंबर को लिखित निर्देश देने के बावजूद नगर निगम की बैठक में डीजल चोरी की जांच का एजेंडा शामिल नहीं किया गया. उन्होंने बताया कि डीजल भरने के बाद सभी गाड़ियां वार्ड पार्षद रोहित सिकारिया के गोदाम में भेजी जाती थीं, जहां से तेल निकालकर बेचा जाता और फिर गाड़ियां पार्किंग में लौटाई जाती थीं.
घोटाले को सार्वजनिक क्यों नहीं करना चाहती मेयर?
सांसद ने सवाल उठाया कि क्या यही कारण है कि मेयर इस घोटाले को सार्वजनिक नहीं करना चाहती, जबकि सभी सबूत सशक्त समिति के पास मौजूद हैं. उन्होंने नगर निगम के दो कर्मचारियों जुलुम साह और तबरेज के खिलाफ भी कार्रवाई की मांग की, जो डीजल के कूपन काटने का काम करते थे और अब भी निगम में कार्यरत हैं.
एसआईटी जांच कराएंगे संजय जायसवाल
संजय जायसवाल ने चेतावनी दी कि वे खुद मंत्री जीवेश कुमार से मिलकर दो साल में सशक्त समिति द्वारा किए गए सभी कार्यों की वीडियोग्राफी के माध्यम से एसआईटी जांच कराएंगे. उनका कहना है कि इस पूरी प्रक्रिया से डीजल चोरी के आरोपों की वास्तविक सच्चाई सामने आएगी और किसी भी पक्ष को बचने का मौका नहीं मिलेगा. मामला अब राजनीतिक गलियारों में तेज चर्चा का विषय बन गया है.
