Bihar Politics: दूसरे चरण के वोटिंग से पहले प्रशांत किशोर का बड़ा दावा, बोले- जाति, धर्म और पैसे से नहीं पड़ा है वोट 

Bihar Political News: बेतिया में जनसभा को संबोधित करते हुए प्रशांत किशोर ने कहा कि बिहार की जनता अब जाति और धर्म की राजनीति से ऊपर उठकर विकास और सुशासन को प्राथमिकता दे रही है. उन्होंने बड़े पैमाने पर हुए मतदान को बदलाव की इच्छा बताया और बिहार से भ्रष्टाचार मिटाने की उम्मीद व्यक्त की.

By Nishant Kumar | November 10, 2025 4:11 PM

Bihar Vidhan Sabha Chunav 2025: जन सुराज के संस्थापक प्रशांत किशोर ने कहा है कि बिहार की जनता अब विकास और सुशासन को प्राथमिकता दे रही है. वे सोमवार को पश्चिमी चंपारण के बेतिया में जनसभा को संबोधित कर रहे थे. प्रशांत किशोर ने दावा किया कि इस बार के चुनाव में मतदाताओं ने बड़ी संख्या में मतदान किया है, जो संकेत देता है कि लोग बदलाव चाहते हैं और एक नए बिहार की उम्मीद कर रहे हैं.

किस ओर इशारा कर रही है इस बार की वोटिंग ? 

प्रशांत किशोर ने कहा कि आजादी के बाद पहली बार राज्य में इतनी बड़ी संख्या में वोट डाले गए हैं. यह न सिर्फ चुनावी उत्साह है बल्कि यह ये बात भी बात रहा है कि वे जाति और धर्म की राजनीति से ऊपर उठकर एक बेहतर समाज और साफ-सुथरी शासन व्यवस्था की ओर बढ़ना चाहती है.

नहीं चलेगी पुराने ढर्रे की राजनीति: प्रशांत किशोर 

प्रशांत किशोर ने कहा, “हमें यकीन है कि बिहार की जनता आने वाले समय में जाति, धर्म और पैसे से ऊपर उठकर एक अच्छे समाज के लिए वोट देगी. लोगों ने इतनी बड़ी संख्या में वोट दिया है ताकि बिहार से भ्रष्टाचार खत्म हो.” उन्होंने कहा कि लोकतांत्रिक व्यवस्था में जनता ही सबसे बड़ा फैसला करती है, और इस बार जनता ने यह स्पष्ट संदेश दिया है कि वे अब पुराने ढर्रे की राजनीति नहीं चाहती.

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प्रशांत ने की नेताओं से जरूरी अपील 

उन्होंने नेताओं से भी अपील की कि वे जनता की उम्मीदों को समझें और बिहार के विकास के लिए एकजुट होकर काम करें. प्रशांत किशोर ने कहा कि जन सुराज का उद्देश्य बिहार को शिक्षा, स्वास्थ्य और रोजगार के क्षेत्र में मजबूत बनाना है, और इसके लिए हर नागरिक की भागीदारी जरूरी है. सभा में बड़ी संख्या में लोग मौजूद थे, जिन्होंने प्रशांत किशोर के संदेश को ध्यानपूर्वक सुना. उनकी इस जनसभा से यह संकेत मिल रहा है कि बिहार की राजनीति में आने वाले समय में नए समीकरण बन सकते हैं.