Bihar Election 2025: ‘विकसित बिहार का विजन…’, एनडीए के संकल्प पत्र पर पीएम मोदी ने कही ये बड़ी बात
Bihar Election 2025: बिहार चुनाव के बीच एनडीए ने शुक्रवार को अपना संयुक्त घोषणा पत्र जारी किया. पीएम मोदी ने इसे विकसित बिहार का विजन बताया, जबकि तेजस्वी यादव ने इसे जुमलों का पुलिंदा करार दिया.
Bihar Election 2025: बिहार विधानसभा चुनाव के बीच शुक्रवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और एनडीए के शीर्ष नेताओं ने संयुक्त रूप से संकल्प पत्र जारी किया. पटना के एक होटल में आयोजित इस कार्यक्रम में बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा की मौजूदगी रही, जबकि मंच पर मौजूद किसी भी बड़े नेता ने प्रेस से संवाद नहीं किया. घोषणा पत्र महज तीस सेकेंड में रिलीज कर दिया गया, जिसके बाद विपक्ष ने इसे “औपचारिकता” करार देते हुए तीखी प्रतिक्रिया दी.
तेजस्वी बोले- नीतीश को अपने मेनिफेस्टो की जानकारी तक नहीं
विपक्षी महागठबंधन के नेता तेजस्वी यादव ने कहा कि “नीतीश कुमार को अपने मेनिफेस्टो की जानकारी तक नहीं है.” उन्होंने एनडीए के घोषणा पत्र को “जुमलों का पुलिंदा और तेजस्वी की घोषणाओं की अधूरी कॉपी” बताया. वहीं, एनडीए नेताओं ने इसे बिहार के विकास और समृद्धि का शिलान्यास करार दिया.
Bihar NDA Manifesto पर पीएम मोदी ने ट्वीट कर क्या कहा?
राजनीतिक आरोप-प्रत्यारोप के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोशल मीडिया पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि “एनडीए का संकल्प पत्र आत्मनिर्भर और विकसित बिहार के हमारे विजन को सामने लाता है. इसमें किसानों, युवाओं और माताओं-बहनों के जीवन को आसान बनाने की हमारी प्रतिबद्धता झलकती है.”
पीएम मोदी ने आगे कहा कि “डबल इंजन की सरकार ने बिहार में विकास की नई गति दी है. सुशासन को जन-जन की समृद्धि का आधार बनाने के लिए हम कृतसंकल्प हैं. मुझे भरोसा है कि जनता-जनार्दन हमारे प्रयासों का साथ देगी.”
संकल्प पत्र में रोजगार और नौकरी को सेंटर में
एनडीए के संकल्प पत्र में रोजगार और नौकरी को केंद्र में रखा गया है. प्रमुख वादों में “हर घर में नौकरी, हर जिले में फैक्ट्री, किसानों को अलग से 3,000 रुपये की सहायता, और ईबीसी वर्ग के लिए हाई लेवल कमेटी जैसी घोषणाएं शामिल हैं. चुनावी मैदान में जहां एनडीए इस घोषणा पत्र को “बदलते बिहार का ब्लूप्रिंट” बता रहा है, वहीं विपक्ष इसे “विफल वादों की पुनरावृत्ति” कहकर जनता के बीच नया सवाल खड़ा कर रहा है.
