Election Express: निर्मली चौपाल में गरमा गया माहौल, जनता ने नेताओं पर दागे नशा-शिक्षा-रोजगार जैसे बड़े मुद्दों के तीखे सवाल
Nirmali Assembly Election Express: प्रभात खबर की इलेक्शन एक्सप्रेस रविवार को निर्मली विधानसभा क्षेत्र पहुंची. जहां सरायगढ़ के शोभा भवन में आयोजित चौपाल में शिक्षा, रोजगार, स्वास्थ्य, नशा और बाढ़ जैसे अहम मुद्दों पर जनप्रतिनिधियों और जनता के बीच तीखी बहस हुई.
Nirmali Assembly Election Express: प्रभात खबर का इलेक्शन एक्सप्रेस रविवार को कोसी कछार पर बसे निर्मली विधानसभा क्षेत्र पहुंची. जहां के शोभा भवन, सरायगढ़ में चौपाल का आयोजन किया गया. कई अहम मुद्दों को लेकर मंच पर ही जनप्रतिनिधियों के बीच जमकर बहस हुई. कई बार तो सभी दलों के नेता एक दूसरे से भिड़ते नजर आए. करीब एक घंटे तक चले इस कार्यक्रम में जनप्रतिनिधियों के सामने बैठी जनता ने तीखे सवालों की झड़ी लगा दी. जिसका जवाब मंच पर बैठे नेताओं ने दिया.
निर्मली विधानसभा क्षेत्र के पांच प्रमुख मुद्दे
- नशे के धंधे पर पूरी तरह से लगे रोक
- स्वास्थ्य व्यवस्था में सुधार हो
- कोसी तटबंध के अंदर बाढ़ और कटाव की समस्या का निदान हो
- युवाओं के पलायन को रोकने के लिए उद्योग-धंधों की स्थापना हो
- तटबंध के अंदर बसे लोगों के लिए विशेष पैकेज की व्यवस्था हो
निर्मली विधानसभा के चौपाल में कौन-कौन आए?
- जदयू के विजय कुमार यादव
- भाजपा प्रदेश कार्यसमिति के सदस्य सचिन माधोगड़िया
- प्रखंड प्रमुख विजय यादव
- राजद नेता रामनंदन यादव
- वीआइपी के विजेंद्र मुखिया
शिक्षा और रोजगार के मुद्दों पर हुई जमकर बहस
कार्यक्रम में स्थानीय समाज से भी बुद्धिजीवी, व्यवसायी व आम जनता ने भी हिस्सा लिया. शिक्षा, रोजगार, स्वास्थ्य आदि मुद्दों पर जोरदार बहस हुई. चौपाल में आये लोगों ने कहा कि वर्ष 2008 से पहले यह इलाका बेहद पिछड़ा और उपेक्षित था. सड़क, पुल और रोजगार की कमी से यहां का जीवन कठिन था, लेकिन कोसी पर बने दो महासेतु ने इस क्षेत्र की तकदीर बदल दी. अब सुपौल से सिल्लीगुड़ी और दरभंगा की दूरी कम हुई है, आवागमन आसान हुआ है और व्यापारिक गतिविधियों में तेजी आयी है.
बुनियादी सुविधाएं बेहतर करने की मांग
इसके साथ ही, आसनपुर कुपहा में स्थापित एसएसबी प्रशिक्षण केंद्र ने इलाके की पहचान को राष्ट्रीय स्तर पर मजबूती दी है. स्थानीय लोगों का कहना है कि इससे यहां रोजगार और सुरक्षा दोनों को नया आयाम मिला है. युवाओं के लिए यह संस्थान प्रेरणा का स्रोत बना है. हालांकि, जनता ने यह भी कहा कि अब भी क्षेत्र में शिक्षा, स्वास्थ्य और रोजगार की पर्याप्त व्यवस्था नहीं हो सकी है. लोगों की उम्मीद है कि आनेवाले दिनों में ये बुनियादी सुविधाएं भी बेहतर होंगी.
शराबबंदी के बाद सूखे नशे की लत के शिकार हो रहे युवा
निर्मली की जनता मानती है कि कोसी का कछार अब बदल रहा है और आने वाले चुनाव में विकास की रफ्तार को और तेज करनेवाले नेतृत्व की जरूरत है. यहां के लोग साफ संदेश दे रहे हैं कि अब राजनीति केवल वादों पर नहीं, बल्कि जमीन पर दिख रहे काम पर होगी. कुछ लोगों ने कहा कि राज्य व इस विधानसभा क्षेत्र की सबसे बड़ी समस्या युवाओं में बढ़ रहा नशा है, जो अभिभावकों के लिए चिंता बनी हुई है. शराबबंदी के बाद युवाओं में सूखे नशे की लत बढ़ी है.
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