BJP: मैथिली ठाकुर के लिए आसान नहीं है अलीनगर की राह, जानिए क्या है समीकरण और कैसा रहा है इतिहास

BJP: युवा लोक गायिका मैथिली ठाकुर भगवा पार्टी में शामिल हो गई हैं और उन्हें दरभंगा जिले की अलीनगर सीट से उम्मीदवार बनाया गया है. NDA के तरफ से मैथिली सबसे कम उम्र की उम्मीदवार हैं. आइये जानते हैं इस सीट का समीकरण क्या है और इतिहास क्या रहा है.

By Paritosh Shahi | October 16, 2025 7:56 PM

BJP: मैथिली ठाकुर को भारतीय जनता पार्टी ने बिहार विधानसभा चुनाव में अलीनगर सीट से उम्मीदवार घोषित किया है. मैथिली ने दो सीटों में से किसी एक से उम्मीदवार बनने की इच्छा जताई थी. एक थी मधुबनी की बेनीपट्टी और दूसरी दरभंगा जिले की अलीनगर. बेनीपट्टी से विनोद नारायण झा की उम्मीदवारी पहले ही तय हो गई थी इस वजह से मैथिली को अलीनगर से उम्मीदवार बनाया गया है.

2020 के चुनाव में क्या हुआ था

अलीनगर सीट पर मैथिली की राह आसान नहीं है. कारण यह है कि 2020 के विधानसभा चुनाव में यह सीट बीजेपी ने मुकेश सहनी की पार्टी विकासशील इंसान पार्टी (वीआईपी) को दी थी. उस समय वीआईपी के मिश्रीलाल यादव ने यहां चुनाव लड़ा और जीत हासिल की थी. बाद में मुकेश सहनी NDA से अलग हो गए और मिश्रीलाल यादव बीजेपी के साथ चले गए. लेकिन चुनाव से कुछ समय पहले उन्हें एक पुराने मामले में दो साल की जेल हुई और उनकी विधानसभा सदस्यता रद्द हो गई.

इस वजह से बीजेपी इस सीट से एक नए फेस की तलाश में थी. 2020 के चुनाव में इस सीट पर जीत का अंतर बहुत कम था. मिश्रीलाल यादव ने 61082 वोट पाए जबकि राजद के बिनोद मिश्रा को 57981 वोट मिले थे.

बीजेपी ने मैथिली को इस सीट से उतार के एक बड़ा दांव खेला है. हालांकि, अलीनगर सीट से जब से मैथिली की उम्मीदवारी तय हुई है तभी से उनको पार्टी के स्थानीय नेताओं के विरोध का सामना करना पड़ रहा है. गुरुवार को पार्टी के कई प्रखंड स्तर के नेताओं ने उनकी उम्मीदवारी का विरोध किया है.

राजद का रहा है दबदबा

अलीनगर विधानसभा क्षेत्र आरजेडी का मजबूत गढ़ माना जाता रहा है. 2008 में परिसीमन के बाद मीनागाछी और दरभंगा ग्रामीण सीटों के हिस्सों को मिलाकर अलीनगर सीट बना. इसके बाद अब्दुल बारी सिद्दिकी ने 2010 और 2015 में इस सीट से जीत हासिल की. 2020 में आरजेडी ने ब्राह्मण कार्ड खेलकर बिनोद मिश्रा को उम्मीदवार बनाया. एनडीए ने यादव उम्मीदवार उतारा और करीबी जीत दर्ज की.

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कैसा है समीकरण

अलीनगर में यादव और ब्राह्मण दोनों समुदाय के मतदाता लगभग बराबर संख्या में हैं. यहां मुस्लिम मतदाताओं की संख्या 21-21% है. ब्राह्मण मतदाताओं की संख्या भी लगभग 20% है. SC वर्ग के मतदाताओं की संख्या 10-12% है. इसके अलावा यहां यादव और अन्य OBC जातियां भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है.

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