क्या 12 हजार से सस्ते चाइनीज स्मार्टफोन भारत में हो जाएंगे बैन? जानें क्या है सरकार का प्लान

बीते कुछ समय से हम भारत में 12,000 से सस्ते चाइनीज स्मार्टफोन के बैन होने की बात चल रही थी. लेकिन,आखिरकार सरकार ने इसपर अपना फैसला दे दिया है. चाइनीज स्मार्टफोन कंपनियों के सामने कोई भी दूसरी कंपनी भारत में अपनी जगह नहीं बना पर रही है.

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 30, 2022 10:33 AM

Chinese Smartphone Ban in India: भारत में चाइनीज स्मार्टफोन को बाजार सबसे बड़ा है. यहां लगभग 70 प्रतिशत स्मार्टफोन कंपनियां चाइनीज ही है. चाइनीज स्मार्टफोन कंपनियों के सामने कोई भी दूसरी कंपनी भारत में अपनी जगह नहीं बना पर रही है. बीते कुछ समय से भारत में 12 हजार से सस्ते चाइनीज स्मार्टफोन्स को बैन करने की बात कही जा रही थी. लेकिन, आखिरकार सरकार ने इसपर अपनी चुप्पी तोड़ते हुए इन स्मार्टफोन्स पर प्रतिबंध की बात को पूरी तरह से नकार दिया है.

इस विषय में बताते हुए केन्द्र्य मंत्री ने कहा कि इन स्मार्टफोन्स को भारत में बैन करने को लेकर कोई योजना नहीं बनाई गयी है. भारतीय स्मार्टफोन कंपनियों को बढ़ावा देना सरकार का दायित्व भी है और कर्तव्य भी. उन्होंने आगे बताते हुए कहा यदि अनुचित व्यापार प्रथाओं के कारण, भारतीय स्मार्टफोन कंपनियों का बहिष्कार होता है, तो हम हस्तक्षेप करेंगे और इस समस्या का समाधान करेंगे.

इन चाइनीज स्मार्टफोन्स को बैन करने का था प्लान

जैसा की हमने आपको पहले भी बताया कि भारत में 12,000 रुपये से सस्ते चाइनीज स्मार्टफोन्स को बैन करने पर विचार किया जा रहा था लेकिन, अब सरकार ने इन अफवाहों की पुष्टि कर दी है और ऐसे सभी ख़बरों को नकार दिया है. दरअसल यह कदम सरकार ने भारत में Lava और Micromax जैसी स्वदेशी कंपनियों को बढ़ावा देने के लिए लिए था.

भारत में चाइनीज स्मार्टफोन के डिमांड सबसे ज्यादा

शायद ही आपको पता हो कि भारत इस समय दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा स्मार्टफोन मार्केट है. भारत में पूरी तरह से चाइनीज स्मार्टफोन कंपनियों ने अपना कब्जा कर रखा है. Lava और Micromax जैसी घरेलु कपनियां इन कंपनियां इनके सामने टिक नहीं पा रही है. बता दें मार्केट रिसर्च फर्म काउंटरप्वाइंट के मुताबिक भारत में 12,000 रुपये से कम कीमत में बिकने वाले स्मार्टफोन्स में 80 प्रतिशत फोन चाइनीज कंपनियों के होते हैं. इन आकड़ों से आप समझ ही सकते हैं कि भारत में इन चाइनीज कंपनियों ने किस तरह से भारत में अपना बाजार जमा लिया है.

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