Internet of Things के क्षेत्र में सैमसंग का यह है मास्टरप्लान…!

सोल : दक्षिण कोरिया की प्रौद्योगिकी क्षेत्र की कंपनी सैमसंग अगले दो-तीन साल में टिकाऊ उपभोक्ता खंड में आईओटी (IoT, Internet of Things) आधारित उत्पादों का बड़े स्तर पर उत्पादन करने की योजना बना रही है. कंपनी के एक शीर्ष अधिकारी ने यह जानकारी दी. कंपनी का मानना है कि इससे इस उच्च तकनीक वाली […]

By Prabhat Khabar Print Desk | October 31, 2017 5:20 PM

सोल : दक्षिण कोरिया की प्रौद्योगिकी क्षेत्र की कंपनी सैमसंग अगले दो-तीन साल में टिकाऊ उपभोक्ता खंड में आईओटी (IoT, Internet of Things) आधारित उत्पादों का बड़े स्तर पर उत्पादन करने की योजना बना रही है. कंपनी के एक शीर्ष अधिकारी ने यह जानकारी दी.

कंपनी का मानना है कि इससे इस उच्च तकनीक वाली क्लाउड पर आधारित आपस में जुड़ी (कनेक्टेड) प्रौद्योगिकी को विकासशील बाजारों तथा उभरती अर्थव्यवस्थाओं के लिए सस्ता किया जा सकेगा.

स्मार्टफोन से कंट्रोल होंगे गैजेट्स

सैमसंग ने हाल में भारतीय बाजार में पहली आईओटी अनुकूल वॉशिंग मशीन उतारी है. कंपनी की योजना भारतीय बाजार में और कनेक्टेड उपकरण उतारने की है, जिन्हें स्मार्टफोन जैसे उपकरणों से नियंत्रित किया जा सकता है.

बड़े स्तर पर प्रोडक्शन

सैमसंग इलेक्ट्रॉनिक्स के कार्यकारी उपाध्यक्ष (उत्पाद एवं मोबाइल संचार कारोबार की नवोन्मेषण टीम) पैट्रिक कॉमेट ने कहा, अगले दो तीन साल में कंपनी आईओटी आधारित उत्पादों का बड़े स्तर पर उत्पादन शुरू करेगी.

अभी कुछ महंगे मॉडल्स में ही यह खूबी

कंपनी अपने मध्यम खंड के उत्पादों को भी आईओटी से जोड़ना चाहती है. अभी कुछ महत्वपूर्ण श्रेणियों, जैसे कि सिर्फ कुछ महंगे मॉडलों में ही यह खूबी है. आईओटी से आशय इंटरनेट से जुड़े उपकरणों या सेंसर के नेटवर्क से है.

आईओटी और क्लाउड प्रौद्योगिकी में निवेश

कोरियाई कंपनी ने कई साल पहले आईओटी और क्लाउड प्रौद्योगिकी में निवेश शुरू किया था. कॉमेट ने कहा, प्रौद्योगिकी की योजना और आईओटी और क्लाउड के लिए प्रौद्योगिकी पर कई साल पहले निवेश शुरू किया गया था.

आर्टिफिशल इंटेलिजेंस पर भीफोकस

आर्टिफिशल इंटेलिजेंस पर भी कई साल पहले निवेश शुरू किया गया. कंपनी ने अगले साल तक अपने वॉयस से संचालित डिजिटल सहायक बिक्सबाई का दूसरा संस्करण पेश करने की घोषणा की है. यह टीवी और फ्रिज सहित कई उपकरणों पर चल सकेगा.

5G का इस्तेमाल

भारत में सरकार ने 2020 तक 5जी सेवा शुरू करने के लिए उच्चस्तरीय मंच गठित किया है. यह प्रौद्योगिकी शहरी क्षेत्रों में 10,000 एमबीपीएस और ग्रामीण इलाकों में 1,000 एमबीपीएस की वायरलेस ब्रॉडबैंड गति उपलब्ध करायेगी. इस 5जी स्पेक्ट्रम का इस्तेमाल आईओटी के लिए किया जाएगा, जिससे उपकरणों का परिचालन और नियंत्रण किया जा सकेगा.

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