Antibody Cocktail Drug NEWS : कोरोना मरीजों को अब अस्पताल जानें की जरूरत नहीं! ‘एंटीबॉडी कॉकटेल’ दवा की हुई भारत में एंट्री

Antibody Cocktail Drug : स्विट्जरलैंड की ड्रग कंपनी रोशे और सिप्ला ने 'एंटीबॉडी कॉकटेल' दवा को लॉन्च करने का काम किया है. एंटीबॉडी कॉकटेल' दवा के संबंध में इंडिया टुडे ने खबर प्रकाशित की है. मेदांता अस्पताल के फाउंडर डॉक्टर नरेश त्रेहान ने इंडिया टुडे से इस संबंध में खास बातचीत में कहा कि 'एंटीबॉडी कॉकटेल' दवा से 70 प्रतिशत तक हॉस्पिटलाइजेशन से बचा जा सकता है.INDIA CORONA CASES, Antibody Cocktail drug IN INDIA, MEDANTA HOSPITAL Antibody Cocktail drug, Donald Trump Antibody Cocktail drug

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 26, 2021 7:19 AM
  • रोशे और सिप्ला ने ‘एंटीबॉडी कॉकटेल’ दवा को लॉन्च करने का काम किया

  • ‘एंटीबॉडी कॉकटेल’ दवा से 70 प्रतिशत तक हॉस्पिटलाइजेशन बच जाता है

  • दवा को लेने वाले 70 प्रतिशत लोगों को अस्पताल जाने की जरूरत नहीं होती

Antibody Cocktail Drug : स्विट्जरलैंड की ड्रग कंपनी रोशे और सिप्ला ने ‘एंटीबॉडी कॉकटेल’ दवा को लॉन्च करने का काम किया है. एंटीबॉडी कॉकटेल’ दवा के संबंध में इंडिया टुडे ने खबर प्रकाशित की है. मेदांता अस्पताल (MEDANTA HOSPITAL) के फाउंडर डॉक्टर नरेश त्रेहान ने इंडिया टुडे से इस संबंध में खास बातचीत में कहा कि ‘एंटीबॉडी कॉकटेल’ दवा से 70 प्रतिशत तक हॉस्पिटलाइजेशन से बचा जा सकता है.

इसका मतलब यह है कि इस दवा को लेने वाले 70 प्रतिशत लोगों को अस्पताल जाने की जरूरत नहीं होती है. डॉक्टर त्रेहान ने बताया कि इस दवा को कुछ मामलों में बच्चों को भी देने का काम किया जा सकता है. भारत में ‘एंटीबॉडी कॉकटेल’ के वितरण की जिम्मेदारी सिप्ला संभालेगी. ‘एंटीबॉडी कॉकटेल’ अभी देश में चुनिंदा जगहों पर ही आपको मिल सकता है. जैसे आप इसे मेदांता अस्पताल से खरीद सकते हैं.

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बताया जा रहा है कि एंटीबॉडी कॉकटेल’ दरअसल दो दवाओं का मिश्रण है… कासिरिविमाब (Casirivimab) और इम्देवीमाब (Imdevimab) को मिलाकर इसे बनाया गया है. इन दोनों दवाओं के 600-600 MG मिलाकर ‘एंटीबॉडी कॉकटेल’ दवा बनाई जाती है. इस दवा की बात करें तो ये वायरस को मानवीय कोशिकाओं में जाने से रोकती है, जिससे वायरस को न्यूट्रिशन नहीं प्राप्त होता है. इस प्रकार ये दवा वायरस को रेप्लिकेट करने से रोकने का काम करती है.

मृत्यु दर को भी अस्सी प्रतिशत तक कम : डॉक्टर त्रेहान ने इंडिया टुडे से बातचीत के दौरान कहा कि इस दवा की प्रभावकारिता यानी एफिकेसी करीब सत्तर प्रतिशत है, यानी जिस मरीज को अस्पताल जाने की जरूरत पड़ सकती है. उन्हें ये दवा लेने के बाद अस्पताल जाने की जरूरत नहीं होगी. ये दवा मृत्यु दर को भी अस्सी प्रतिशत तक कम करने का काम करती है.

आपातकालीन उपयोग की अनुमति : यहां चर्चा कर दें कि जब पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप कोरोना से संक्रमित थे तो उन्हें एंटीबॉडी कॉकटेल दी गई थी. इसके उपयोग की अमेरिका में भी अनुमति है. भारत सरकार ने भी इसके आपातकालीन उपयोग की अनुमति देने का काम किया है.

Posted By : Amitabh Kumar

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