अमेरिका में टीके का परीक्षण शुरू, कोरोना नियंत्रण पर खर्च होंगे 74 लाख करोड़ रुपये

कोरोना से लड़ने आगे आयी दुनिया, द्वितीय विश्वयुद्ध के बाद पहली बार सभी देश कर रहे हजारों अरब डॉलर का निवेश

By Pritish Sahay | March 17, 2020 2:50 AM

पूरी दुनिया में कोहराम मचाने वाले कोरोना वायरस के टीके का परीक्षण सोमवार से अमेरिका में शुरू हो गया. अमेरिकी वैज्ञानिक इस वैक्सीन का ट्रायल जानवरों पर नहीं, बल्कि इंसानों पर कर रहे हैं. इसके लिए 45 युवा वॉलेंटियर्स की एक टीम बनायी गयी है. इसकी घोषणा खुद अमेरिका की सरकार ने की है. हालांकि, वैक्सीन का ट्रायल परीक्षण के तौर पर किया जा रहा है. अगर इससे सफलता मिलती है, तो इसे पूरी दुनिया में बांटा जायेगा. प्रोजेक्ट से जुड़े एक अधिकारी ने बताया कि परीक्षण के पहले एक वॉलेंटियर को सोमवार को एक प्रायोगिक टीका दिया गया. उन्होंने बताया कि अमेरिका का ‘द नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ’ इस ट्रायल की फंडिंग कर रहा है और यह सिएटल में ‘कैंसर परमानेंट वाशिंगटन हेल्थ रिसर्च इंस्टीट्यूट’ में हो रहा है.

हालांकि, जन स्वास्थ्य अधिकारियों का कहना है कि किसी भी संभावित टीके की पुष्टि में एक साल से 18 महीने तक का वक्त लगेगा. यह परीक्षण 45 युवा वॉलंटियर्स के साथ शुरू हुआ, जिन्हें एनआइएच और मॉर्डर्ना इंक के संयुक्त प्रयासों से विकसित टीके लगाये गये. हालांकि प्रत्येक प्रतिभागी को अलग-अलग मात्रा में सुई लगायी गयी. इस परीक्षण का लक्ष्य सिर्फ यह जांचना है कि टीकों को कोई चिंताजनक दुष्प्रभाव न हो और फिर इस आधार पर बड़े पैमाने पर परीक्षण किया जा सके. कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों के बीच विश्व भर के दर्जनों शोध संगठन टीका विकसित करने के प्रयासों में जुटे हुए हैं.

इधर, कोरोना के नियंत्रण को लेकर कई देशों ने अरबों डॉलर खर्च करने की घोषणा की है. सबसे ज्यादा खर्च यूरोपीय देश कर रहे हैं. जर्मनी, इटली, फ्रांस, ऑस्ट्रिया, स्वीडेन, ब्रिटेन, स्विट्जरलैंड, चीन, जापान, अमेरिका और दक्षिण कोरिया ने इससे निबटने के लिए करीब 74 लाख करोड़ रुपये के निवेश की योजना बनायी है. इसे द्वितीय विश्वयुद्ध के बाद का सबसे बड़ा खर्च बताया जा रहा है. दुनिया को इसके असर से बचाने के लिए वर्ल्ड बैंक भी आगे आया है. विश्व बैंक ने जरूरतमंद देशों के लिए 12 अरब डॉलर के आर्थिक पैकेज की घोषणा की है, ताकि वे इस घातक बीमारी से लड़ सकें. फंड का इस्तेमाल मेडिकल उपकरण को खरीदने और स्वास्थ्य सुविधाओं को बेहतर बनाने में किया जायेगा.

द्वितीय विश्वयुद्ध में जर्मनी ने खर्च किये थे 272 बिलियन डॉलर, अब लगा रहा 641 बिलियन डॉलर

चीन में कोरोना काफी हद तक काबू में, जीवन को पटरी पर लाने के लिए खोले 1,119 एक्सप्रेस वे

चीन ने हालात सामान्य होने के बाद अब यातायात व्यवस्था को बहाल करना शुरू कर दिया है. ग्लोबल टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार, चीन ने अपने यहां के बंद 1,119 एक्सप्रेस वे को शनिवार से खोल दिया और यातायात सामान्य कर दिये गये. संक्रमण के दौरान बंद किये गये 549 अवरुद्ध राष्ट्रीय, प्रांतीय, काउंटी और टाउनशिप सड़कों को फिर से खोल दिया है. 12,028 राजमार्ग स्वास्थ्य को ध्यान में रखकर अलग कर दिये गये थे, इन सभी को क्लीयर कर दिया गया है. इसके अलावा कोरोना संदिग्धों के लिए बनाये गये 11,198 स्टेशनों को भी हटा दिया गया है. 41 शहरों ने शहरी रेल परिवहन खोल दिया है.

कोरोना को हराने वाले रोहित बोले- डरें नहीं, यह सामान्य फ्लू

जब दुनिया में कोरोना फैलने और लाखों लोगों के चपेट में आने की खबरें आ रहीं थीं, उस वक्त मयूर विहार के रोहित दत्ता (45) ने सपने में भी नहीं सोचा होगा कि यह वायरस उनके जरिये दिल्ली तक पहुंच जायेगा. हालांकि, रोहित ने जरा भी हिम्मत नहीं हारी और ठीक होकर अपने घर वापस आ गये. रोहित कहते हैं कि कोरोना से डरें नहीं, यह सामान्य फ्लू है. सावधानी बरतें और अपने स्वास्थ्य और सफाई का विशेष ध्यान रखें. रोहित ने बताया कि आइसोलेशन वॉर्ड किसी भी प्राइवेट वॉर्ड के वीआइपी रूम से बेहतर था. वहां सादा और बेहतर खाना मिलता था. घरवालों से बात भी करता था. नेटफ्लिक्स पर दो फिल्में देखीं. चाणक्य की किताबें पढ़ीं. न्यूज फॉलो की, सोशल मीडिया पर देख रहा था कि क्या चल रहा है. रोहित ने बताया कि होली का दिन उनके लिए जरूर थोड़ा मायूसी भरा था, क्योंकि वह पहली बार इस दिन अपने परिवार से दूर अकेले अस्पताल में थे.

पाकिस्तान में 130 नये मामले, 183 तक पहुंचा आंकड़ा

पाकिस्तान में कोरोना वायरस संक्रमण के 130 नये मामले सामने आने के साथ ही सोमवार को देश में इसका आंकड़ा बढ़कर 183 हो गया है. रविवार तक कोरोना वायरस के संक्रमितों की संख्या 53 थी. सभी नये मामलों का पता दक्षिणी सिंध प्रांत में चला, जहां सरकार के प्रवक्ता मुर्तजा वहाब ने कहा कि ये वह लोग थे, जिन्हें ईरान की सीमा पर ताफतान से सिंध स्थानांतरित किया गया था.

यूरोपियन सेंट्रल बैंक

चीन के बाद सबसे ज्यादा प्रभावित यूरोप को बचाने के लिए वहां के सेंट्रल बैंक ने ब्याज दर घटाकर -0.75 प्रतिशत कर दिया है. बैंक अबतक 120 बिलियन डॉलर के बॉन्ड खरीद चुका है.

24 घंटे में सिर्फ इटली में 349 की मौत

चीन14

इटली 349

ईरान129

स्पेन41

अमेरिका04

स्विट्जरलैंड05

स्वीडेन04

नीदरलैंड04

डेनमार्क 02

जापान 03

लाइलाज नहीं कोरोना, टीका बना नहीं, ठीक हो रहे लोग

कुल मामले 1,73,029

संक्रमित लोग 88,583

ठीक होकर घर लौटे 77,783

अबतक मौत 6,663

मौत का प्रतिशत 8.0%

ठीक हुए लोग 92%

भारत में कोरोना के मरीज

दक्षिण अफ्रीका में राष्ट्रीय आपातकाल

न्यूयॉर्क में सभी स्कूल बंद, रेस्टूरेंट व बार से केवल सामान घर ले जाने की सुविधा

उड़ानों में 75 प्रतिशत तक की कटौती कर रहीं अमेरिकी विमानन कंपनियां

अमेरिका में मची घरेलू सामान खरीदने की होड़, ट्रंप ने की ऐसा न करने की अपील

ईरान में फंसे 53 और भारतीय लोगों को वापस लाया गया

पांच देशों फ्रांस, ऑस्ट्रिया, स्विटजरलैंड, डेनमार्क और लक्जमबर्ग के साथ लगती अपनी सीमाओं को जर्मनी ने किया बंद

रूस ने बेलारूस से लगने वाली सीमा को किया बंद, आवाजाही बंद

श्रीलंका में कोराना वायरस के लक्षणों को छिपाने वाले व्यक्ति को होगी छह महीने की जेल, जुर्माना भी लगाया जायेगा

चीन में विदेशों से आये कोरोना वायरस संक्रमण के मामलों में इजाफा, सोमवार को ऐसे 12 मामले मिले

कोरोना से निबटने की मोदी की कार्य योजना प्रशंसनीय : अमेरिका

वाशिंगटन. अमेरिका स्थित यूएसए इंडिया चैंबर्स ऑफ कॉमर्स (यूएसएआइसी) ने कोरोना से निबटने के लिए दक्षेस देशों के साथ बनायी गयी मोदी की कार्य योजना की प्रशंसा की है. समूह ने कहा है कि एहतियाती कदम उठाने को लेकर बनायी गयी यह रणनीति इस अभूतपूर्व स्थिति से निबटने के लिए एक शानदार पहल है. यूएसए इंडिया चैम्बर्स ऑफ कॉमर्स के करुण रिषी ने कहा कि नोवेल कोरोना वायरस से निबटने के लिए दक्षेस नेताओं के साथ संवाद के दौरान प्रधानमंत्री मोदी के विचार और उनकी कार्य योजना प्रशंसनीय है.

सरकार ने जारी किया हेल्पलाइन नंबर

कोरोना को लेकर सरकार की ओर से हेल्पलाइन नंबर 1075 और 1800-112-545 जारी किये गये हैं. दोनों नंबर 24 घंटे चालू रहेंगे और इस पर फोन करके कोरोना से जुड़ी जानकारी पा सकते हैं. अलग-अलग राज्य सरकारों की ओर से जारी हेल्पलाइन नंबर पर भी आप फोन कर सकते हैं.

भारत ने तुर्की समेत 33 देशों के यात्रियों की इंट्री पर लगाया बैन

आर्कियोलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया के अंदर आने वाले सभी राष्ट्रीय स्मारक और म्यूजियम 31 मार्च तक रहेंगे बंद

कोरोना की बेचैनी से निबटने के लिए करें योग, ध्यान : हार्वर्ड मेडिकल स्कूल

अमेरिका के एक प्रमुख चिकित्सा संस्थान ने कोरोना वायरस से जुड़ी बेचैनी से निबटने के लिए योग, ध्यान लगाने एवं सांस पर नियंत्रण की सलाह दी है. हार्वर्ड मेडिकल स्कूल ने अपने नये स्वास्थ्य दिशा-निर्देश में कहा है कि योग, ध्यान एवं सांस लेने पर नियंत्रण, शांत होने के कुछ सही और आजमाये हुए तरीके हैं. ‘कोरोना वायरस की व्यग्रता से निबटने’ विषय पर लेख इस हफ्ते प्रकाशित हुआ है. हार्वर्ड मेडिकल स्कूल के संकाय एवं यूनिर्विसटी ऑफ कैलिफोर्निया के डेविड गेफेन स्कूल ऑफ मेडिसिन के बोर्ड प्रमाणित मनोरोग चिकित्सक जॉन शार्प ने कहा कि नियमित ध्यान बहुत राहत देने वाला है.

कोरोना के नाम पर चल रहीं 14 फेक वेबसाइट्स, भूलकर भी न खोलें

इंटरनेट पर कारोना वायरस से जुड़े स्कैम, फिशिंग वेबसाइट और स्पैम मैसेज तेजी से फैलाये जा रहे हैं. साइबर सिक्योरिटी फर्म ‘रिकॉर्डेड फ्यूचर’ की रिपोर्ट के मुताबिक, कोरोना को लेकर फर्जी जानकारी देने वाले कई सारे डोमेन रजिस्टर हो रहे हैं. अबतक ऐसे 14 खतरनाक वेबसाइट के नाम सामने आये हैं, जिन्हें भूलकर भी न खोलें. इन वेबसाइटों पर कोरोना से जुड़ी गलत जानकारी दी जा रही है. दुनियाभर में ढेरों यूजर्स को कोरोना वायरस कोविड-19 से जुड़े फेक इ-मेल पिछले कुछ सप्ताह से आ रहे हैं. इन वेबसाइट को न खोलना ही बेहतर है. साइबर क्रिमिनल्स हर तरह से लोगों को अपना शिकार बनाने की कोशिश में हैं.

भारत की तैयारियों के कायल हुए लोग, बोले- अमेरिका और इंग्लैंड में भी नहीं ऐसी व्यवस्था

चीन, यूरोप, अमेरिका और एशिया के दूसरे देशों में भारी तबाही मचाने वाले इस वायरस पर काबू पाने के लिए भारतीय सरकार ने जिस तरह की तत्परता दिखायी, उसकी काफी सराहना हो रही है. कोरोना वायरस की रोकथाम के लिए नरेंद्र मोदी सरकार की कोशिशों की कांग्रेस के वरिष्ठ नेता आंनद शर्मा ने भी तारीफ की है. उन्होंने कहा कि वह सरकार के प्रयासों से संतुष्ट हैं. विदेशों से आये लोग भी एयरपोर्ट पर सरकार की तरफ से की गयी व्यवस्था से काफी संतुष्ट नजर आये.

न्यूजर्सी के डलास से लौटे ऐसे ही एक शख्स ने बताया कि विमान से उतरते ही स्वास्थ्य अधिकारी हर यात्री की जांच कर रहे हैं. इसके बाद ही आव्रजन अधिकारी उनकी जांच कर रहे हैं. इसके बाद यात्री बैगेज बेल्ट के पास जाते हैं, जिसकी भी पूरी घेराबंदी की गयी है. यहां ऐसी व्यवस्था है कि लोग सिर्फ अपने ही बैगेज बेल्ट तक जा सकते हैं. उन्होंने बताया कि यह इतनी अच्छी व्यवस्था की गयी थी कि बिना वक्त गंवाये जल्द से जल्द वहां से निकल सकते हैं.

उन्होंने बताया कि वह हफ्ते भर पहले ही डैलस, न्यू जर्सी और फ्रैकफर्ट एयरपोर्ट से भी गुजरे थे, जहां पूरी तरह अव्यवस्था का माहौल था. वहीं, एक अन्य शख्स वरुण शूर ने ट्वीट करके बताया कि लंदन एयरपोर्ट पर लोग बिना कोई मास्क लगाये खांस रहे हैं और बिना उचित जांच के लिए विमान में सवार हो जा रहे हैं. शूर के इस दावे पर तरुण शुक्ला ने सवाल किया तो समीर सरण नामक व्यक्ति ने इसकी पुष्टि करते हुए कहा कि दुबई और जेएफके एयरपोर्ट के मुकाबले दिल्ली एयरपोर्ट पहुंचना राहत भरा था.

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