दुनिया से कोरोना खत्म हुआ नहीं और अब आ गया Chapare Virus का खतरा, इबोला जैसे हैं लक्षण

Chapare Virus: कोरोना वायरस ( coronavirus pandemic) का कहर दुनियाभर में अभी भी जारी है. कई देशों में इसकी दूसरी लहर शुरू होने की आशंका है. इसी बीच ऐसे ही एक और वायरस के बार में पता चला है जो कोरोना की तरह ही दुनिया को परेशान कर सकती है. इस वायरस का नाम 'चापरे' ( Chapare Virus) बताया जा रहा है.

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 18, 2020 11:26 AM

Chapare Virus: कोरोना वायरस का कहर दुनियाभर में अभी भी जारी है. कई देशों में इसकी दूसरी लहर शुरू होने की आशंका है. इसी बीच ऐसे ही एक और वायरस के बार में पता चला है जो कोरोना की तरह ही दुनिया को परेशान कर सकती है. इस वायरस का नाम ‘चापरे’ ( Chapare Virus) बताया जा रहा है. दक्षिण अमेरिकी देश बोलीविया में यह दुर्लभ वायरस का पता चला है.

अमेरिकी मीडिया के मुताबिक, अमेरिकी सेंटर फोर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन ने इसकी पुष्टि की है. वैज्ञानिकों का कहना है कि ‘चापरे वायरस’ लोगों को संक्रमित करने की क्षमता रखता है और इबोला जैसे तेज बुखार का कारण बन सकता है. हालांकि, शुरू में इबोला को भी काफी खतरनाक समझा गया था मगर वैज्ञानिकों के प्रयास से जल्द ही बीमारी पर काबू पा लिया गया.

विशेषज्ञों का कहना है कि यह इबोला जैसा वायरस है लेकिन यह वायरस इबोला से भी खतरनाक है. हालांकि उस पर भी जल्द ही नियंत्रण हासिल कर लिया गया था. जानकारी के मुताबिक यह वायरस सबसे पहले 2004 में बोलिविया के चापरे इलाके में देखा गया था. इसी कारण वैज्ञानिकों ने इस वायरस को चापरे वायरस नाम दे दिया.

लाइव साइंस की एक रिपोर्ट के मुताबिक, सीडीसी ने कहा कि 2019 में इस संक्रमण की चपेट में आए पांच में तीन लोग स्वास्थ्य कर्मी थे जिसमें से दो की मौत हो गई है. ‘चापरे वायरस’ संक्रमण का मामला 2019 में उजागर हुआ था. जिन मरीजों को इस वायरस का संक्रमण हुआ उन्होंने बुखार, पेट दर्द, उल्टी, मसूड़ों से खून निकलने, त्वचा पर छाले और आंखों में दर्द की शिकायत की.

संक्रमण का खास इलाज न होने के चलते ज्यादातर मरीजों को नसों में तरल पदार्थ से इलाज मिलता है. बीते सोमवार को चापरे वायरस के अनुसंधान को अमेरिकन सोसायटी ऑफ ट्रोपिकल मेडिसीन एंड हाइजीन की सालाना मीटिंग में पेश किया गया है.

Posted By: utpal kant

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