फार्मास्युटिकल कंपनी एली लिली ने रोका कोरोना वैक्सीन का ट्रायल, ये है वजह

वॉशिंगटन में कोरोना वैक्सीन का ट्रायल कर रहे वैज्ञानिकों ने 24 घंटे के भीतर तीसरे चरण के 2 ट्रायल्स को रोक दिया.

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 14, 2020 1:49 PM

वॉशिंगटन: कोरोना वायरस महामारी के खिलाफ निर्णायक जंग की तैयारी में लगे वैज्ञानिकों के प्रयासों को झटका लगा है. वॉशिंगटन में कोरोना वैक्सीन का ट्रायल कर रहे वैज्ञानिकों ने 24 घंटे के भीतर तीसरे चरण के 2 ट्रायल्स को रोक दिया. जानकारी के मुताबिक किसी आकस्मिक घटना की वजह से ये फैसला लिया गया. हालांकि ये पता नहीं चल सका है कि मसला क्या है.

एली लिली ने रोका वैक्सीन का ट्रायल

गौरतलब है कि, अमेरिका की फार्मास्युटिकल फर्म एली लिली अपनी कोरोना वैक्सीन के तीसरे चरण का ट्रायल कर रही थी. मंगलवार को अस्पताल में भर्ती किसी मरीज में परीक्षण के दौरान कुछ ऐसा हुआ कि ट्रायल रोक दिया गया. 24 घंटे के अंतराल में ऐसा 2 बार हुआ.

वैज्ञानिक फिलहाल कारणों की जांच कर रहे हैं कि ऐसा वैक्सीन की वजह से हुआ या फिर महज इत्तेफाक है. छानबीन के बाद ही ट्रायल की दिशा में अगल कदम बढ़ाया जाएगा.

दुनिया को कारगर वैक्सीन का इंतजार

ट्रायल रोके जाने की ये पहली घटना नहीं है. अभी कुछ दिन पहले अमेरिका की प्रसिद्ध फार्मास्युटिकल कंपनी जॉनसन एंड जॉनसन ने भी ट्रायल के दौरान एक वॉलेंटियर्स के गंभीर रूप से बीमार पड़ने के बाद ट्रायल को कुछ दिनों के लिए रोक दिया था.

उस समय दुनिया भर में लोगों के चेहरे पर चिंता की लकीरें उभर आई थीं. हालांकि मामला ज्यादा नहीं बिगड़ा. वैज्ञानिकों ने कारणों की पड़ताल करके दोबारा वैक्सीन का ट्रायल शुरू कर दिया.

जानें कौन सी वैक्सीन सबसे ज्यादा सफल

कोरोना संक्रमण की वजह से दुनिया भर में 10 लाख से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है. महामारी से उबरने का एकमात्र उपाय कोरोना का वैक्सीन ही है. दुनियाभर को इंतजार है कि कब कोरोना से बचाव का कोई कारगर वैक्सीन आएगा.

इस वक्त जिन वैक्सीन से दुनिया को सबसे ज्यादा उम्मीद है उनमें ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी और एस्ट्राजेनेका की कोविशिल्ड, अमेरिकी कंपनी जॉनसन एंड जॉनसन की वैक्सीन, चीन की सिनोवेक बायोटेक वैक्सीन और भारत की जायडस कैडिला की वैक्सीन शामिल है.

Posted By- Suraj Thakur

Next Article

Exit mobile version