पाकिस्तान ने खुद खोली पोल! तबाह एयरबेस की मरम्मत के लिए निकाले टेंडर

Pakistan Airforce Tender: भारत की सर्जिकल कार्रवाई के बाद पाकिस्तान की हालत बेहद गंभीर दिख रही है. आधिकारिक तौर पर पाकिस्तान ने हमलों को स्वीकार नहीं किया, लेकिन 12 से 14 मई के बीच निकाले गए एयरबेस रिपेयरिंग टेंडर खुद उसकी हार का सबसे बड़ा सबूत बन गए हैं.

By Ayush Raj Dwivedi | May 17, 2025 11:07 AM

Pakistan Airforce Tender: भारत द्वारा हाल ही में की गई सर्जिकल कार्रवाई ने पाकिस्तान को ऐसा झटका दिया है कि वह अब अपने तबाह हुए एयरबेस और सैन्य ठिकानों की मरम्मत कराने में जुट गया है. हालांकि पाकिस्तान ने अब तक आधिकारिक रूप से इन हमलों को स्वीकार नहीं किया है, लेकिन उसकी वायुसेना द्वारा जारी किए गए टेंडर अब खुद सबूत बनकर सामने आ गए हैं.

एयरबेस की मरम्मत के लिए टेंडर निकाले गए

पाकिस्तानी एयरफोर्स ने 5 मई के बाद 12, 13 और 14 मई को कई टेंडर जारी किए हैं, जिनमें एयरबेस की मरम्मत और रखरखाव का ज़िक्र है. आम तौर पर ऐसे टेंडर नियमित कार्यों के लिए जारी किए जाते हैं, लेकिन भारत के साथ जारी तनाव के बीच इतने बड़े पैमाने पर निकाले गए ये टेंडर इस बात की पुष्टि करते हैं कि भारत ने पाकिस्तान के अहम सैन्य ठिकानों को गंभीर नुकसान पहुंचाया है.

कौन-कौन से एयरबेस बने भारत के निशाने?

भारत ने अपने सटीक और शक्तिशाली हमलों में पाकिस्तान के प्रमुख एयरबेस को निशाना बनाया है. इनमें शामिल हैं:

  • भोलेरी (सुक्कुर) एयरबेस – कराची के पास
  • नूर खान (चकलाला) एयरबेस – रावलपिंडी
  • रहीम यार खान एयरबेस
  • स्कर्दू एयरबेस – गिलगित-बाल्टिस्तान (पीओके)
  • मुरीद एयरबेस – चकवाल
  • रफीक़ी एयरबेस – झांग
  • चुनियन एयरबेस – कसूर जिला
  • सियालकोट एविएशन बेस
  • शाहबाज एयरबेस
  • जैकोबाबाद एयरबेस

मोदी सरकार खोलेगी पाकिस्तान की पोल

भारत सरकार ने आतंकवाद के मुद्दे पर पाकिस्तान की करतूतों को अंतरराष्ट्रीय मंचों पर उजागर करने के लिए एक विशेष टीम का गठन किया है. इस टीम की कमान वरिष्ठ कांग्रेस नेता और सांसद शशि थरूर को सौंपी गई है. थरूर का कूटनीतिक अनुभव और संयुक्त राष्ट्र में सेवा का लंबा इतिहास इस अभियान को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मजबूती देने वाला साबित हो सकता है.