कोरोनावायरस कैसे फैला? भारत समेत दुनिया के 62 देश निष्पक्ष जांच के लिए आए साथ

Covid-19 Global Pandemic: कोरोना वायरस के लेकर डब्ल्यूएचओ ( WHO ) की भूमिका को लेकर निष्पक्ष जांच की मांग को लेकर भारत समेत दुनिया के 62 देश एक साथ आ गये हैं. यह ऑस्ट्रेलिया और यूरोपियन यूनियन का संयुक्त अभियान है. इसे लेकर मसौदा तैयार किया गया है जिसे आज से शुरू होने वाले 73 वें वर्ल्ड हेल्थ एसेंबली (WHA) की बैठक में पेश किया जायेगा. बैठक के लिए इस मसौदे में निष्पक्ष, स्वतंत्र और व्यापक जांच की बात कही गई है.

By Panchayatnama | May 18, 2020 8:42 AM

कोरोना वायरस के लेकर डब्ल्यूएचओ की भूमिका को लेकर निष्पक्ष जांच की मांग को लेकर भारत समेत दुनिया के 62 देश एक साथ आ गये हैं. यह ऑस्ट्रेलिया और यूरोपियन यूनियन का संयुक्त अभियान है. इसे लेकर मसौदा तैयार किया गया है जिसे आज से शुरू होने वाले 73 वें वर्ल्ड हेल्थ एसेंबली की बैठक में पेश किया जायेगा. बैठक के लिए इस मसौदे में निष्पक्ष, स्वतंत्र और व्यापक जांच की बात कही गई है. कोरोना वायरस संक्रमण की शुरुआत के बाद से पहली बार भारत ने आधिकारिक रूप से स्टैंड लिया है. साथ ही महामारी को लेकर विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) की ओर से उठाए गए कदमों की निष्पक्ष समीक्षा के लिए भी सहमति दी है.

मार्च में हुए जी20 सम्मेलन में पीएम मोदी ने भारत के पक्ष को लेकर संकेत दे दिया था. उन्होंने WHO में रिफॉर्म और पार्दर्शिता और जवाबदेही की आवश्यकता पर जोर दिया था. कोरोना वायरस की शुरुआत पिछले साल चीन के वुहान शहर से हुई थी. इसकी वजह से पूरी दुनिया में अब तक 3 लाख से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है. बता दें कि चीन पर शुरुआती दिनों में इस वारयस के संक्रमण से संबंधित जानकारी छिपाने का आरोप लगा है. चीन ने इस आरोप का खंडन करते हुए यहां तक कहा कि घातक कोविड-19 वारयस जो वुहान में पाया गया है वो कहीं और से लाया गया है. चीनी विदेश मंत्रालय के अधिकारियों ने कोरोना वायरस प्रसार के लिए अमेरिकी सेना पर भी आरोप लगाया था.

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जबकि चीन में कोरोना से जंग में अहम भूमिका निभाने वाले अधिकारी और डॉक्टर झोंग नानशान ने भी इस बात का खुलासा किया है कि, स्थानीय अधिकारियों ने कोरोना से जुड़ी प्राथमिक जानकारी को छिपाया था. कोरोना वायरस को लेकर डब्ल्यूएचओ और उसके डायरेक्टर जनरल टेड्रोस अधानोम गेब्रेयेसस पर भी पक्षपात करने का आरोप लगा है.

73 वें वर्ल्ड हेल्थ एसेंबली की बैठक वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये होगी. जहां डब्ल्यूएचओ की भूमिका को लेकर जांच के लिए प्रस्तावित मसौदा पेश किया जायेगा. इस बैठक में रूस, यूनाइटेड किंगडम, कनाडा, तुर्की, बांग्लादेश, इंडोनेशिया, साउथ अफ्रीका, जापान भारत समेत 62 देशों का समर्थन प्राप्त है.पर अभी यह तय नहीं है कि वर्चुअल मीटिंग में डब्ल्यूएचओ के खिलाफ तैयार मसौदे पर किस तरह चर्चा की जाएगी. पर अभी यह तय नहीं है कि वर्चुअल मीटिंग में डब्ल्यूएचओ के खिलाफ तैयार मसौदे पर किस तरह चर्चा की जाएगी.

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