कोरोना महामारी के दौर में ‘आलसी’ बन गए ‘असली हीरो’, तारीफ में जर्मनी ने जारी किया विज्ञापन : देखें Video

जर्मनी की सरकार ने एक विज्ञापन जारी किया है, जिसमें कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ाई में आलसी लोगों को नायक की तरह पेश किया गया है. सरकार ने 90 सेकेंड का वह वीडियो शनिवार को ऑनलाइन जारी किया. इसमें एक बुजुर्ग व्यक्ति बता रहा है कि उसने 2020 की सर्दियों में अपने देश की किस तरह सेवा की, जब कोरोना वायरस महामारी का हमला हुआ था.

By Prabhat Khabar Print Desk | November 15, 2020 8:57 PM

बर्लिन : जमाने से हमारे बुजुर्ग आलस्य को शरीर और व्यक्ति का दुश्मन बताते आ रहे हैं. आलसियों को पता नहीं किन-किन उपाधियों से नवाजा जाता रहा है. आज भी घर में आलसी सदस्य को परिवार के दूसरे सदस्य पता नहीं कितनी बातें सुना देते हैं, लेकिन किसी को क्या पता यह आलस्य आज कोरोना महामारी के इस दौर में वरदान साबित हो जाएगा. कोरोना से बचाव और इलाज के लिए दुनिया भर की सरकारें तमाम तरह के उपाय कर रही हैं. संक्रमण रोकने के लिए लॉकडाउन लगाया गया, लोगों को घर में कैद रहने की हिदायतें दी गईं, इलाज के लिए दवाओं पर रिसर्च किया जा रहा है, लेकिन इन आलसियों की ओर से किसी का ध्यान न गया.

जर्मनी ने उनके हुनर को पहचान लिया और उनकी तारीफ में विज्ञापन तक जारी कर दिया. इतना ही नहीं, उसने इस विज्ञापन में कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ाई में इन आलसियों को नायक तक बता दिया. भला बताइए, ये बेचारे नायक होंगे भी क्यों नहीं. हींग लगे न फिटकरी, सरकार को इन आलसियों की वजह से कम से कम कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए विशेष उपाय तो नहीं करना पड़ रहा है?

दरअसल, जर्मनी की सरकार ने एक विज्ञापन जारी किया है, जिसमें कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ाई में आलसी लोगों को नायक की तरह पेश किया गया है. सरकार ने 90 सेकेंड का वह वीडियो शनिवार को ऑनलाइन जारी किया. इसमें एक बुजुर्ग व्यक्ति बता रहा है कि उसने 2020 की सर्दियों में अपने देश की किस तरह सेवा की, जब कोरोना वायरस महामारी का हमला हुआ था.

विज्ञापन में वह व्यक्ति बताता है कि उस समय वह छात्र था. विज्ञापन में वह व्यक्ति कहता है कि अचानक से इस देश की किस्मत हमारे हाथों में आ गई. तब हमने साहस जुटाया और वही किया, जिसकी हमसे उम्मीद थी और जो सही था. यानी हमने कुछ नहीं किया. व्यक्ति आगे कहता है कि दिन-रात, हम घर पर पैर पसारे पड़े रहे और कोरोना वायरस से लड़ते रहे. हमारा मोर्चा हमारा काउच (सोफा) था और हमारा धैर्य हमारा हथियार था. इस विज्ञापन के अंत में सरकार की ओर से संदेश दिया गया है कि घर पर रहकर आप भी नायक बन सकते हैं.

बता दें कि कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के लिए जर्मनी की सरकार ने नवंबर महीने से एक बार फिर लॉकडाउन लागू कर दिया है. यहां के रेस्टोरेंट, बार और जिम बंद कर दिए गए हैं. लोगों को एक स्थान पर एकत्र होने पर पूरी तरह पाबंदी लगा दी गई है.NPS में निवेश पर सभी श्रेणी के कर्मचारियों को मिल सकता है फायदा, जानिए कैसे?

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Posted By : Vishwat Sen

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