वुहान में कोरोना वायरस के एक साल, कहानी उनकी जो बच गये…

कोरोनो वायरस (one year of coronavirus in wuhan) शहर से फैलने के एक साल बाद वुहान (Wuhan) शहर के अपनों ने भी उस शहर से दूरी बना ली है. क्योंकि अगर वायरस की शुरूआत में ही इसे यही पर खत्म कर दिया जाता तो आज यह पूरी दुनिया के लिए इतना भयावह नहीं होता. हालांकि आज दुनिया कोरोना वैक्सीन बनाने (corona vaccine, corona vaccine latest update) के करीब पहुंच गयी है, पर वुहान के लोगों का जीवन आज कैसा है जिन्होंने इस महामारी में अपनो को खो दिया.

By Prabhat Khabar Print Desk | December 1, 2020 3:18 PM

कोरोनो वायरस शहर से फैलने के एक साल बाद वुहान शहर के अपनों ने भी उस शहर से दूरी बना ली है. क्योंकि अगर वायरस की शुरूआत में ही इसे यही पर खत्म कर दिया जाता तो आज यह पूरी दुनिया के लिए इतना भयावह नहीं होता. हालांकि आज दुनिया कोरोना वैक्सीन बनाने के करीब पहुंच गयी है, पर वुहान के लोगों का जीवन आज कैसा है जिन्होंने इस महामारी में अपनो को खो दिया.

वुहान के रहने वाले लियू लियू ने अपने निवेश के कारोबार को बंद कर दिया और बौद्ध धर्म को अपना लिया है. पिछले वर्ष जनवरी में उनके पिता की मृत्यु कोरोना संक्रमण से लक्षणों से हुई थी. झोंग झोंग की भी कहानी रकुछ इसी तरह की है. उसने 10 महीने पहले इस बीमारी से अपने बेटे को खो दिया है. अब उसे खाने और सोने की दिक्कत हो रही है. पर उनका कोई भी परिवार उनकी मदद के लिए आगे नहीं आ रहा है क्योंकि उन्हें डर है कि झोंग झोंग के कारण उन्हें संक्रमण फैल सकता है.

पूर्व समाजसेवी और पूर्व कम्युनिस्ट पार्टी सचिव, लियू ओइकिंग ने बताया कि उनके 78 वर्ष के पिता की मौत हो गयी, क्योंकि उस वक्त वो कोरोना के लक्षणों से अंजान थे. साथ ही उस वक्त कोरोना टेस्ट के लिए कोई संसाधन नहीं था. उनकी मौत पर 44 साल के लियू ने कहा कि जिस दिन उमके पिताजी की मौत हुई थी. लियू ने बताया कि उसने अपने पिता जी के इलाज के लिए बहुत पैसा भी खर्च किया साथ ही उसने कहा कि वहा बहुत गुस्से में था और सरकार से बदला लेना चाह रहे थे.इसके साथ ही लियू के परिवार ने चीन सरकार पर आरोप लगाया कि सरकार ने बीमारी को छुपाने का प्रयास किया साथ ही यह भी छुपाया कि कोरोना वायरस एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में फैलता है.

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इस घटना के बाद लियू अब पूरी तरह बदल चुका है और अब वह अपने बिजनेस पर भी ज्यादा ध्यान नहीं देता है. उसने बताया कि कोरोना वायरस एक महामारी का रूप ले सकता और वैश्विक महामारी में बदल सकता है इस खतरे को वुहान के नागरिकों से भी छुपाया गया.

लेकिन 67 वर्षीय सेवानिवृत्त झोंग, 39 वर्षीय प्राथमिक विद्यालय के शिक्षक, उसके बेटे पेंग यी की मौत के लिए शहर के अधिकारियों को जिम्मेदार ठहराते हैं. झोंग वुहान के उन मुट्ठी भर निवासियों में से है जिन्होंने शहर पर मुकदमा करने की कोशिश की है. कोर्ट ने सूट लेने से इनकार कर दिया है.

वुहान सामान्य रूप से वापस आ रहा है, लेकिन विशेष रूप से एक और सर्दियों की शुरू होने के कारण फिर से वायरस के वापस लौटने का खतरा मंडरा रहा है.

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Posted By: Pawan Singh

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