आतंकवाद मेरा या तेरा नहीं होता, सबको एक साथ मिलकर लड़ना होगा, 9/11 को याद कर भारत ने कही यह बात

9/11 Attack - दुनिया को आतंकियों के खिलाफ एक साथ खड़े होने की जरूरत है. यहां बात आपके आतंकवादी और मेरे आतंकवादी या बुरे आतंकवादी और अच्छे आतंकवादी की नहीं हैं. इसके खिलाफ एक साथ आवाज उठाना है

By Prabhat Khabar Digital Desk | September 11, 2021 8:28 AM

संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी प्रतिनिधि, राजदूत टीएस तिरुमूर्ति ने न्यूयॉर्क शहर में 9/11 आतंकी हमले में मारे गये लोगों को श्रद्धांजलि दी है. उन्होंने न्यूयार्क स्थित स्मारक ग्राउंड जीरो का भी दौरा किया. उन्होंने दुनिया से आतंकवादियों के खराब मंसूबे से मिलकर एक साथ लड़ने का आग्रह किया है. उन्होंने कहा कि, दुनिया को आतंकियों के खिलाफ एक साथ खड़े होने की जरूरत है. यहां बात आपके आतंकवादी और मेरे आतंकवादी या बुरे आतंकवादी और अच्छे आतंकवादी की नहीं हैं. इसके खिलाफ एक साथ आवाज उठाना है.

आतंकवाद से लड़ने के संकल्प को मजबूत करने की जरूरत: राजदूत टीएस तिरुमूर्ति ने समाचार एजेंसी पीटीआई से कहा है कि, आतंकवाद से लड़ने के दुनिया के संकल्प को और मजबूत करने की जरूरत है. जो भी लोग आतंकवाद के साथ खड़े है या इसे सही ठहराने की कोशिश कर रहे हैं उनके प्रयासों के खिलाफ सबको एकसाथ खड़े होने की जरूरत है. बता दें, ग्राउंड जीरों में राजदूत टीएस तिरुमूर्ति ने 9/11 हमले में मारे गये लोगों को श्रद्धांजलि दी. साथ ही दुनिया से आतंकवाद के विरोध में खड़े होने की अपील की.

आतंकवाद रोकने के उसी प्रण के साथ हैं खड़े: हमले की 20वीं बरसी पर संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के सभी सदस्य देशों के प्रतिनिधियों ने न्यूयॉर्क स्थित स्मारक का दौरा किया. इस दौरान सदस्यों ने कहा कि वे आतंकवाद को रोकने और खत्म करने के लिए आज भी उसी प्रण के साथ खड़े हैं, जितने 20 साल पहले थे. वहीं, राजदूत टीएस तिरुमूर्ति ने कहा कि दो दशक बीत जाने के बाद भी यह घटना दिल को झकझोर देने वाला है. वहीं, लिंडा थॉमस ने कहा कि सुरक्षा परिषद समेत पूरी दुनिया ये कभी न भूले कि यह हमला उस शहर पर हुआ था, जिसे हम अपना घर कहते हैं.

आज ही के दिन हुआ था हमला: गौरतलब है कि, साल 2001 में आज ही के दिन अमेरिका पर जोरदार आतंकी हमला हुआ था. 11 सितंबर 2001 का दिन अमेरिका के इतिहास में काले दिन के रूप में जाना जाता है. दुनिया के सबसे बड़े आतंकी हमले में 2996 लोगों की जान चली गई थी. अमेरिका के तत्कालीन राष्ट्रपति जॉर्ज बुश ने इस घटना को अमेरिकी इतिहास का सबसे काला दिन करार दिया था. आज ही के दिन वर्ल्ड ट्रेंड सेंटर में दो विमाने का हमला हुआ था.

Posted by: Pritish Sahay

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