पेरिस हमला : फ्रांस के मुस्लिम नेताओं ने बर्बर हमले की निंदा की

पेरिस : फ्रांस के मुस्लिम नेतृत्व ने पेरिस के व्यंग्यात्मक साप्ताहिक अखबार शार्ली एबदो के दफ्तर में हुई गोलीबारी की सख्त निंदा करते हुए इसे बर्बर हमला करार दिया और इसे प्रेस की स्वतंत्रता एवं लोकतंत्र पर हमला बताया. इस हमले में कम से कम 12 लोग मारे गए हैं. फ्रेंच मुस्लिम काउंसिल ने एक […]

By Prabhat Khabar Print Desk | January 7, 2015 11:44 PM
पेरिस : फ्रांस के मुस्लिम नेतृत्व ने पेरिस के व्यंग्यात्मक साप्ताहिक अखबार शार्ली एबदो के दफ्तर में हुई गोलीबारी की सख्त निंदा करते हुए इसे बर्बर हमला करार दिया और इसे प्रेस की स्वतंत्रता एवं लोकतंत्र पर हमला बताया. इस हमले में कम से कम 12 लोग मारे गए हैं.
फ्रेंच मुस्लिम काउंसिल ने एक बयान में कहा, यह अत्यंत संगीन और बर्बर हरकत लोकतंत्र और प्रेस की स्वतंत्रता पर भी हमला है. यह संगठन फ्रांस के मुस्लिम समुदाय का प्रतिनिधित्व करता है जो यूरोप में सबसे बड़ा है और उनकी संख्या 35 लाख से 50 लाख के बीच है.
संगठन के अध्यक्ष एवं पेरिस मस्जिद के प्रमुख दलील बौबाकर गोलीबारी के घटनास्थल पर जाने वाले हैं. मुस्लिम कांउंसिल ने शांति कायम रखने की अपील की है और मुसलमानों को चरमपंथी उकसावे से सतर्क रहने को कहा है.
इसने कहा है कि मुस्लिम समुदाय चरमपंथी संगठनों को मौके का लाभ उठाने का मौका नहीं दें और सतर्क रहें. मुस्लिम ब्रदरहुड के एक करीबी संगठन यूनियन ऑफ फ्रेंच इस्लामिक आर्गेनाइजेशन के बयान में भी इस आपराधिक हमले और नृशंस हत्याओं की सख्त निंदा की गई है.
फ्रांस के यहूदियों के मुख्य धर्मगुरु हइम कोरसिया ने एएफपी से कहा कि देश को राष्ट्रीय एकजुटता दिखाने और मिलजुल कर अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता सहित अपनी स्वतंत्रता की हिफाजत करने की जरुरत है.
गौरतलब है कि फ्रांस में यूरोप की सर्वाधिक यहूदी आबादी है और उनकी संख्या पांच लाख से छह लाख के बीच है.

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