मलेशिया,भीषण बाढ़, सात मरे, 1,32,000 विस्थापित

कुआलालंपुर: मलेशिया में पिछले कई दशकों में आई सबसे भीषण बाढ़ की वजह से कम से कम सात लोग मारे गए और 1,32,000 से अधिक लोगों को अपना घर छोडना पडा है.बिजली की कटौती और सडकों की तबाही के बीच प्राधिकारी बचाव कार्य कर रहे हैं.... प्रधानमंत्री नजीब रजक ने देश के आठ राज्यों में […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 27, 2014 9:26 PM

कुआलालंपुर: मलेशिया में पिछले कई दशकों में आई सबसे भीषण बाढ़ की वजह से कम से कम सात लोग मारे गए और 1,32,000 से अधिक लोगों को अपना घर छोडना पडा है.बिजली की कटौती और सडकों की तबाही के बीच प्राधिकारी बचाव कार्य कर रहे हैं.

प्रधानमंत्री नजीब रजक ने देश के आठ राज्यों में भूस्खलन, सडकों के बाधित होने और बाढ़ का पानी भरने के बाद आज बाढ़ पीडितों की मदद के लिए 50 करोड मलेशियाई रिंगिट )14.3 करोड डॉलर) के अतिरिक्त कोष की घोषणा की.इस बीच मौसम विभाग ने आने वाले दिनों में केलांतन, तेरेंग्गनू और पहांग राज्यों में बाढ़ से कोई राहत न मिलने का संकेत दिया.
रजक अमेरिका में अपनी छुट्टी बीच में ही खत्म करते हुए आपात अभियानों का जायजा लेने के लिए आज केलांतन पहुंचे.
देश के लोग रजक के हवाई में छुट्टियां मनाने से नाराज थे. रजक को अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा के साथ वहां गोल्फ खेलते देखा गया था.पिछले 30 से अधिक सालों में देश में आया यह सबसे भीषण बाढ़ है. मौसम विभाग ने सप्ताहांत में भारी बारिश के जारी रहने का अनुमान लगाया है.