ओबामा ने मोदी से पूछा, ”केम छो मिस्टर प्राइम मिनिस्टर”

वाशिंगटन: ह्वाइट हाउस में भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अमेरिकी राष्‍ट्रपति बराक ओबामा से मिलने पहुंचे. दोनों देशों के नेताओं के साथ पांच-पांच लोग मौजूद थे. ह्वाइट हाउस में लगभग दो घंटे तक डिनर चला. पीएम के साथ विदेश मंत्री सुषमा स्वराज भी मौजूद थीं. मोदी के नवरात्र व्रत को ध्‍यान में रखते हुए डिनर […]

By Prabhat Khabar Print Desk | September 30, 2014 4:14 AM

वाशिंगटन: ह्वाइट हाउस में भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अमेरिकी राष्‍ट्रपति बराक ओबामा से मिलने पहुंचे. दोनों देशों के नेताओं के साथ पांच-पांच लोग मौजूद थे. ह्वाइट हाउस में लगभग दो घंटे तक डिनर चला. पीएम के साथ विदेश मंत्री सुषमा स्वराज भी मौजूद थीं. मोदी के नवरात्र व्रत को ध्‍यान में रखते हुए डिनर का ध्‍यान रखा गया. मोदी के ह्वाइट हाउस पहुंचते ही ओबामा ने गुजराती अंदाज में उनका स्वागत किया. उन्होंने मोदी से पूछा ‘केम छो मिस्टर प्राइम मिनिस्टर’.

इससे पहले न्यूयॉर्क में सोमवार की सुबह अमेरिकी कॉरपोरेट जगत की हस्तियों संग ‘मेक इन इंडिया’ थीम पर चर्चा के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने पांच दिवसीय अमेरिकी दौरे के अंतिम पड़ाव के तहत देर रात वाशिंगटन पहुंचे जिसमें चुनिंदा एवं जानी-मानी हस्तियां शामिल हुईं. मोदी ओबामा के साथ डीनर पार्टी में मौजूद है. हांलाकि मोदी नवरात्र को लेकर उपवास पर है, वे सिर्फ निंबू पानी पियेंगे. यह मुलाकात करीब 1 घंटे और चलेगी. अब निगाहें मंगलवार को मोदी-ओबामा के बीच होनेवाली शिखर वार्ता पर है.

आज शिखर वार्ता
यात्रा का अंतिम पड़ाव आज
– लिंकन स्मारक, मार्टिन लूथर किंग जूनियर स्मारक पर जायेंगे
– भारतीय दूतावास के सामने लगी गांधी प्रतिमा पर अर्पित करेंगे श्रद्धांजलि
– ओबामा संग होगी शिखर वार्ता, कई करार पर हस्ताक्षर की उम्मीद
– कारोबारी सम्मेलन में भाग लेंगे, बड़े उद्योगपतियों को निवेश के लिए आमंत्रण
– देर शाम में स्वदेश के लिए होंगे रवाना
वार्ता के मुख्य एजेंडे !
– आर्थिक वृद्धि और सुरक्षा सहयोग को आगे बढ़ाने के उपाय पर बात
– दोनों नेता अफगानिस्तान, सीरिया और इराक के वर्तमान घटनाक्रम सहित क्षेत्रीय मुद्दों पर ध्यान केंद्रित करेंगे, जहां भारत और अमेरिका सकारात्मक नतीजे के लिए अपने भागीदारों के साथ मिल कर काम कर सकते हैं.
हो सकते हैं ये समझौते
– उच्च व ऑनलाइन शिक्षा
– आइआइटी को सहयोग
– गैस हाइड्रेट के लिए मदद
– ऊर्जा सुरक्षा पर सहयोग
– 30 मी टेलीस्कोप बहुराष्ट्रीय परियोजना में साङोदारी

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