पद्मावती के विरोध में फिसल रही जुबान- दीपिका को निशाना बना रहे हैं विरोधी

संजय लीला भंसाली की फिल्म पद्मावती की रिलीज की तिथि नजदीक आने के साथ इसका विरोध तीखा होता जा रहा है. फिल्म में ऐतिहासिक तथ्यों के साथ कथित छेड़छाड़ का आरोप लगाते हुए राजस्थान के कई राजनीतिक दल, सामाजिक संगठन, पूर्व राजघराने तथा हिंदुवादी संगठनों ने इसकी रिलीज पर रोक लगाने या विवादित अंशों को […]

By Prabhat Khabar Print Desk | November 17, 2017 7:48 AM

संजय लीला भंसाली की फिल्म पद्मावती की रिलीज की तिथि नजदीक आने के साथ इसका विरोध तीखा होता जा रहा है. फिल्म में ऐतिहासिक तथ्यों के साथ कथित छेड़छाड़ का आरोप लगाते हुए राजस्थान के कई राजनीतिक दल, सामाजिक संगठन, पूर्व राजघराने तथा हिंदुवादी संगठनों ने इसकी रिलीज पर रोक लगाने या विवादित अंशों को हटाने की मांग की है. निशाने पर अभिनेत्री दीपिका पादुकोण और निर्माता संजय लीला भंसाली हैं. दीपिका ने इस फिल्म में पद्मावती की भूमिका निभायी है.

करणी सेना के एक नेता महिपाल सिंह ने गुरुवार को कहा कि राजपूतों ने कभी महिलाओं पर हाथ नहीं उठाया, पर अगर जरूरत पड़ी तो हम दीपिका के साथ वही करेंगे, जो लक्ष्मण ने सूर्पनखा के साथ किया था. उनका इशारा दीपिका के नाक काटने की ओर था. अखिल भारतीय क्षत्रिय युवा महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष के भी तीखे बोल सामने आये. उन्होंने कहा कि फिल्म निर्देशक और अभिनेत्री की गर्दन काटने पर पांच करोड़ रुपये का इनाम दिया जायेगा.

राजपूत करणी सेना फिल्म पद्मावती के खिलाफ सड़क पर उतरकर लगातार विरोध प्रदर्शन कर रही है. गुरुवार को उसने राजस्थान के कोटा में बड़ा प्रदर्शन किया. संगठन के अध्यक्ष अध्यक्ष लोकेंद्र सिंह ने कहा कि हमारे पूर्वजों ने अपने खून से इतिहास लिखा है, जिसे हम काला नहीं होने देंगे. हम एक दिसंबर को भारत बंद का ऐलान करेंगे. मालूम हो कि फिल्म इसी दिन रिलीज होनेवाली हैं. हालांकि राजस्थान सरकार का कहना है कि उसने कला एवं संस्कृति विभाग से विवादित अंशों को लेकर रिपोर्ट मांगी है. लेकिन, किसी को कानून अपने हाथ में लेने की अनुमति नहीं दी जायेगी. उधर, इलाहाबाद के सोहबतिया बाग में सारनाथ एक्सप्रेस को रोककर अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन किया.

जयपुर के पूर्व राजघराने की सदस्य और भाजपा विधायक दीया कुमारी और उदयपुर के पूर्व राजघराने के सदस्य लक्ष्यराजसिंह मेवाड ने पद्मावती फिल्म में इतिहास के साथ घिनौनी हरकत करने का आरोप लगाते हुए कहा है कि किसी भी फिल्म निर्माता की ऐसी कोशिश बर्दाश्त नहीं की जायेगी. इस बीच, फिल्म निनर्देशक मधुर भंडारकर ने कलाकारों को दी जा रही धमकी की निंदा करते हुए कहा किकिसी फिल्म पर फैसले लेने का अधिकार सिर्फ सेंसर बोर्ड को है.

कलाकारों को निशाना न बनाएं : उमा भारती
पद्मावती पर जारी जंग में हस्तक्षेप करते हुए केंद्रीय मंत्री उमा भारती ने पटकथा लेखक और निर्देशक को जिम्मेदार ठहराया है. गुरुवार को उमा भारती ने एक के बाद एक कई ट्वीट किये. उन्होंने कहा, ‘जब हम पद्मावती के सम्मान की बात करते हैं तो हमें सभी महिलाओं के सम्मान का ध्यान रखना होगा.’ उमा भारती ने फिल्म के अभिनेता या अभिनेत्री को निशाना न बनाने की भी अपील की है.

Next Article

Exit mobile version