हत्या से पहले अपराधियों ने की थी विशेष रेकी, उसके बाद मारी गोली

मुजफ्फरपुर : ठेकेदार अतुल शाही हत्याकांड को अंजाम देने के पूर्व अपराधियों ने रेकी की थी. जिस रास्ते से अतुल घर लौट रहे थे, उस पर हत्यारों की पहले से नजर थी. इतना ही नहीं शातिर हत्यारे खुद नहीं पहचाने जायें. इसकी भी व्यवस्था उन्होंने कर रखी थी. हालांकि संदिग्ध गतिविधि से मुहल्ले के कई […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 7, 2017 10:26 AM

मुजफ्फरपुर : ठेकेदार अतुल शाही हत्याकांड को अंजाम देने के पूर्व अपराधियों ने रेकी की थी. जिस रास्ते से अतुल घर लौट रहे थे, उस पर हत्यारों की पहले से नजर थी. इतना ही नहीं शातिर हत्यारे खुद नहीं पहचाने जायें. इसकी भी व्यवस्था उन्होंने कर रखी थी. हालांकि संदिग्ध गतिविधि से मुहल्ले के कई लोग पहले ही अनहोनी होने की बात भांप गये थे.

हत्यारे दिनचर्या जानते थे

दिनचर्या की थी जानकारी. ठेकेदार अतुल के दिनचर्या की जानकारी हत्यारों थी. अतुल रोज सुबह उठ कर पहले मुहल्ले में ही टहलते थे. इसके बाद वे सुबह सात से सवा सात बजे तक भाड़े पर चल रही जीप की देख-रेख के लिए जंकशन पर जाते थे. वहां एक से डेढ़ घंटा रहने के बाद वे फिर नौ से सवा नौ बजे तक डेरा लौट आते थे. डेरा की गली तक हो रही थी रेकी. गुरुवार को हत्यारे उनके घर से निकलने के बाद लौटने के इंतजार में पानी टंकी से मिठनपुरा चौक तक नजर रख रहे थे. स्थानीय लोगों ने बताया कि सुबह करीब आठ बजे से ही बाइक सवार दो अपराधी वीसी गली के मुहाने पर दिखे. वह मोबाइल से कहीं बात कर रहे थे. वहीं, दूसरी बाइक से दो अपराधी अंदर की गली में भी लगातार चक्कर लगा रहे थे. चक्कर लगानेवाले अपराधी भी मोबाइल पर व्यस्त थे. ये सड़क से गुजर रहे लोगों पर निगाह रख रहे थे.

चलाया स्वचालित हथियार

घटना के बाद मौके पर पहुंचे पुलिस अधिकारियों ने जब मुहल्ले के लोगों से इस संबंध में जानकारी हासिल की, तो कई बातों का खुलासा हुआ. डेयरी के पास बाइक के पीछे काले रंग के बैग लिये मौजूद व्यक्ति का हुलिया बताने पर एक पुलिस अधिकारी ने उसे अंजनी ठाकुर के रूप में चिह्नित किया. उक्त व्यक्ति ने हुलिया के साथ ही उसके अधेड़ होने ही जानकारी जब पुलिस अधिकारी को दी, तो पुलिस को सब कुछ समझ में आ गया. अंजनी ठाकुर की उम्र भी 45 से 50 बतायी जाती है.

सीसीटीवी से बचे हत्यारे?

अतुल की हत्या करनेवाले अपराधियों को इलाके के एक-एक चीज की जानकारी थी. शातिर हत्यारे मौके और इसके आसपास कोई भी सबूत नहीं छोड़ना चाहते थे. यहीं कारण था कि घटना को अंजाम देने के बाद वे उक्त गली से ही शिवशंकर पथ मुख्य सड़क पर निकले और फिर पीएनटी कॉलोनी के रास्ते फरार हो गये. पुलिस का मानना है कि अपराधी सीसीटीवी कैमरे से बचने के लिए उक्त सड़क का इस्तेमाल किया था, क्योंकि अगर वे शिवशंकर पथ से मिठनपुरा पानी टंकी की ओर जाते, तो वहां लगे सीसीटीवी कैमरे में उनकी तस्वीर कैद हो जाती. सीसीटीवी में फुटेज नहीं आने के लिए उन्होंने पीएनटी कॉलोनी के रास्ते का सहारा लिया था.