साहिबगंज पूर्वोत्तर भारत व उत्तरी एशिया का बनेगा गेट-वे, गंगापुल व वाटरपोर्ट का निर्माण जल्द होगा शुरू : गडकरी
रांची. केंद्रीय सड़क परिवहन, राजमार्ग एवं जहाजरानी मंत्री नितिन गडकरी ने बताया कि उनकी सरकार का फोकस झारखंड में जलमार्गों के विकास करने पर है. इसमें साहिबगंज में सड़क-रेल गंगापुल और मल्टी मॉडल वाटर पोर्ट का निर्माण प्राथिमकता सूची में है. साहिबगंज में गंगापुल के निर्माण पर करीबी दो हजार करोड़ रुपये खर्च होंगे. निविदा […]
रांची. केंद्रीय सड़क परिवहन, राजमार्ग एवं जहाजरानी मंत्री नितिन गडकरी ने बताया कि उनकी सरकार का फोकस झारखंड में जलमार्गों के विकास करने पर है. इसमें साहिबगंज में सड़क-रेल गंगापुल और मल्टी मॉडल वाटर पोर्ट का निर्माण प्राथिमकता सूची में है. साहिबगंज में गंगापुल के निर्माण पर करीबी दो हजार करोड़ रुपये खर्च होंगे. निविदा प्राप्त हो गयी है. दो माह में काम शुरू हो जाने की उम्मीद है. उन्होंने कहा कि रेल और सड़क मार्ग की तुलना में जलमार्ग को विकसित करना उनकी सरकार की प्राथमिकता है. देश में 111 जलमार्ग हैं, जिनमें से गंगा और स्वर्णरेखा सहित 450 किलोमीटर जलमार्ग झारखंड में है. सरकार इन सभी जलमार्गों को विकसित करेगी. गडकरी रांची के खेलगांव में मोमेंटम झारखंड इनवेस्टर सम्मिट के दौरान पत्रकारों को संबोधित कर रहे थे.
गडकरी ने कहा कि आने वाले समय में देश में परिवहन क्षेत्र में जलमार्ग को हवाई मार्ग की आधारभूत संरचना के अनुरूप विकसित किया जायेगा और झारखंड में साहिबगंज-राजमहल कारोबार का बड़ा हब बनेगा. गडकरी ने बताया कि साहिबगंज पूर्वोत्तर भारत और उत्तर एशिया का गेट-वे बनेगा. इसके लिए बांग्लादेश के साथ भारत सरकार ने समझौता भी किया है. राजमहल-माणिकचल के बीच वाहन वाहक जहाज का परिचालन शुरू हो चुका है. यहां गंगा में दो और रूट पर यह सेवा जल्द शुरू की जायेगी. गडकरी ने कहा कि साहिबगंज गंगापुल निर्माण के लिए जमीन अधिग्रहण कर ली गयी है. विस्थापितों के पुनर्वास के लिए साहिबगंज जिला प्रशासन को 170 करोड़ रुपये और राज्य सरकार को 120 करोड़ रुपये दिये जा चुके हैं. साहिबगंज प्रशासन ने अब तक 41.6 करोड़ रुपये खर्च किये हैं.
गडकरी ने कहा कि बनारस से हल्दिया तक 1680 किमी जलमार्ग है, जिसमें 50 किमी मार्ग साहिबगंज-राजमहल से गुजरता है. इस पूरे जलमार्ग पर एयरपोर्ट की तर्ज पर 40 वाटरपाेर्ट और तीन मल्टी मॉडल वाटरपोर्ट बनेंगे, जिनमें से एक साहिबगंज में होगा. उन्होंने बताया कि इस जलमार्ग के शुरू होने और गंगापुल का निर्माण होने के बाद पूर्वात्तर भारत आैर उत्तर एशिया से साहिबगंज कारोबारी तौर पर जुड़ जायेगा. जलमार्ग विकसित होने माल वाहन की लागत में छह प्रतिशत की कमी आयेगी और 5 एवं 7 स्टार के क्रूज का परिचालन शुरू होगा.
उन्हाेंने राज्य सरकार को गंगा के तटीय इलाकों में औद्योगिक क्षेत्र स्थापित करने करने सलाह दी. गडकरी ने कहा कि बिग बाजार ने पूर्वोत्तर के लिए अपने माल कर गोदाम साहिबगंज में बनाने की बात कही है. इसी तरह दूसरे गोदाम भी यहां बनेंगे. उन्होंने कहा कि यह दोनों प्रोजेक्ट साहिबगंज इलाके के लिए गेम चेेंजर साबित होगा तथा पर्यटन एवं रोजगार के क्षेत्र में भी बड़ा विकास होगा.
