लोगों की हंसी देख आप चुप न हो जाएं
।। दक्षा वैदकर।।... मेरी पसंदीदा सिंगर्स में से एक उषा उथुप के एक शो का वीडियो मैंने देखा. कोच्चि में हुए एक प्रोग्राम में वे फेमस गाना स्काइ फॉल गाती हैं और लोगों की वाह-वाही बटोर ले जाती हैं. गाना शुरू करने के पहले वे बताती हैं कि मैं जिस भी देश में जाती हूं, […]
।। दक्षा वैदकर।।
मेरी पसंदीदा सिंगर्स में से एक उषा उथुप के एक शो का वीडियो मैंने देखा. कोच्चि में हुए एक प्रोग्राम में वे फेमस गाना स्काइ फॉल गाती हैं और लोगों की वाह-वाही बटोर ले जाती हैं. गाना शुरू करने के पहले वे बताती हैं कि मैं जिस भी देश में जाती हूं, लोग मुझे बड़े ध्यान से देखते हैं. वे मेरी साड़ी को देखते हैं. बड़ी-सी बिंदी देखते हैं. बालों में गजरा और हाथों में चूड़ियां देखते हैं.
लोगों को लगता है कि यह कोई स्ट्रैटजी है, प्लानिंग है, लेकिन ऐसा नहीं है. मैं एक मध्यम वर्गीय परिवार से आयी हूं, जहां मैंने स्कूल ड्रेस के अलावा सिर्फ यही ड्रेस पहनना सीखा. उषा उथुप अपने संघर्ष के दिनों के बारे में बताते हुए कहती हैं कि मेरे सिंगिंग कैरियर की शुरुआत नाइट क्लब में गा कर हुई. वहां मुङो तरह-तरह के अनुभव हुए. लोग मेरी आवाज की विभिन्न देशों के सिंगर से तुलना करते. वे अभी भी करते हैं, लेकिन मुझे कोई फर्क नहीं पड़ता. मैं विदेशी फिल्मों के भी कई गीत गाती हूं और इससे क्या फर्क पड़ता है कि कौन-सा गीत आप गाते हैं. किसने इसे पहले गाया है. जरूरी तो है सिर्फ गाना.
मेरे कैरियर की शुरुआत में लोगों को लगता था कि मैं इतनी भारी आवाज के साथ सिंगर कैसे बन पाऊंगी. सभी की यह मानसिकता थी कि अगर कोई लड़की सिंगर बनना चाहती है, तो उसकी आवाज नाजुक और पतली होनी चाहिए. लेकिन मैंने अपनी इसी कमजोरी को अपनी ताकत बनाया.
दरअसल, ज्यादातर हिंदी भाषी लोगों को यह महसूस होता है कि दक्षिण भारतीय लोगों की भाषा ठीक नहीं होती, लेकिन मैंने यह साबित कर दिया कि हम किसी भी बात में पीछे नहीं है. साउथ इंडियंस हर क्षेत्र में जा सकते हैं. हर भाषा बोल सकते हैं. मैं खुद 17 भारतीय भाषाओं और आठ विदेशी भाषाओं में हर रोज गाना गाती हूं. मैंने 1969 में जेम्स बांड का गाना रिकॉर्ड किया था. यह मेरे लिए सबसे बड़ी उपलब्धि है. इतना कहते ही उषा स्टेज पर अपनी बेटी अंजलि और उसकी बेटी आइशा को बुलाती हैं और तीनों आत्मविश्वास के साथ गाना गाते हैं, ‘शाइन ब्राइट लाइक अ डायमंड..’
बात पते की..
-यह मायने नहीं रखता कि आप किस परिवार से हैं, आपका बैकग्राउंड क्या है, कैसे कपड़े पहनते हैं. मायने रखता है आपका आत्मविश्वास, जुनून.
-लोग आपकी आवाज की बुराई करेंगे, आपके लुक्स पर हंसेंगे. लेकिन आपको इन्हीं चीजों के बल पर दुनिया में अपनी खास जगह बनानी है.
