गिलानी की मांग माने भारत, नहीं तो युद्ध अंतिम विकल्प : हाफिज सईद

इस्लामाबाद : लश्कर -ए -तैयबा के चीफ हाफिज सईद ने गुंजरावाला में रैली के दौरान कहा कि मरने के कुछ दिनों पहले बुरहान वानी ने मुझे फोन कर कहा था कि उसकी अंतिम इच्छा मुझसे बात करने की थी. अब मैं शहीद होने की तैयार हूं. बुरहान वानी के मौत के बाद हाफिज सईद की […]

By Prabhat Khabar Print Desk | July 22, 2016 7:08 PM

इस्लामाबाद : लश्कर -ए -तैयबा के चीफ हाफिज सईद ने गुंजरावाला में रैली के दौरान कहा कि मरने के कुछ दिनों पहले बुरहान वानी ने मुझे फोन कर कहा था कि उसकी अंतिम इच्छा मुझसे बात करने की थी. अब मैं शहीद होने की तैयार हूं. बुरहान वानी के मौत के बाद हाफिज सईद की यह दूसरी रैली है.

हाफिज सईद ने कहा कि दुख्तरान-ए-मिल्लत संगठन की प्रमुख आशिया अंद्राबी ने मुझे फोन किया. ‘कश्मीर कांरवां’ के नाम से आयोजित रैली के दौरान हाफिज ने कहा कि मेरी बहन आशिया अंद्राबी ने मुझे फोन किया और 15 मिनट तक रोती रही और कहा कि मेरे भाइयो तुम कहां हो’"आशिया अंद्राबी कश्मीर घाटी में अलगाववादी नेता है.

हाफिज सईद ने कहा कि मैं भारत को चेताता हूं कि वह कश्मीर का मसला हल करने के लिए एसएएस गिलानी की चारों मांगे मान लें, नहीं तो युद्ध ही अंतिम विकल्प है.गौरतलब है कि पिछले दिनों कश्मीर में सेना ने एनकाउंटर के दौरान बुरहान वानी को मार गिराया था. इस घटना के बाद कश्मीर हिंसा भड़क उठी. इस हिंसा में अब तक 40 लोग मारे गये. वहीं कश्मीर में अब भी कर्फ्यू जारी है. उधर गृह मंत्री राजनाथ सिंह कल कश्मीर का दौरा करेंगे.

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