अरविंद केजरीवाल ने जनता से मांगा नीतीश कुमार के लिए वोट

नयी दिल्ली : आम आदमी पार्टी के प्रमुख व दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल बिहार विधानसभा चुनाव में नीतीश कुमार के खुले समर्थन में आ गये हैं. उन्होंने जनता से ट्वीट कर कहा है कि मैं जनता से अपील करता हूं कि वह बिहार चुनाव में नीतीश कुमार के पक्ष में वोट करे. ध्यान रहे […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 1, 2015 11:11 AM

नयी दिल्ली : आम आदमी पार्टी के प्रमुख व दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल बिहार विधानसभा चुनाव में नीतीश कुमार के खुले समर्थन में आ गये हैं. उन्होंने जनता से ट्वीट कर कहा है कि मैं जनता से अपील करता हूं कि वह बिहार चुनाव में नीतीश कुमार के पक्ष में वोट करे. ध्यान रहे कि हाल के दिनों में नीतीश कुमार व अरविंद केजरीवाल के बीच मुलाकात का सिलसिला लगातार जारी रहा है. दोनों के बीच राजनीतिक मित्रता में बारंबार गहरी आत्मीयता का भाव नजर आया. बिहार को विशेष राज्य का दर्जा, दिल्ली को पूर्ण राज्य का दर्जा देने व डीएनए विवाद पर दोनों एक दूसरे के साथ आये.

अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट कर यह भी कहा है कि कुछ मीडिया संस्थानों ने उन्हें गलत ढंग से पेश किया. केजरीवाल ने कहा कि नीतीश कुमार एक एक अच्छे शख्स हैं, इसलिए जनता को उन्हें मुख्यमंत्री बनाने के लिए वोट देना चाहिए.ध्यान रहे कि कल खबर आयी थी कि अरविंद केजरीवाल व उनकी आम आदमी पार्टी बिहार चुनाव में किसी को सपोर्ट नहीं करेंगे. इसे नीतीश कुमार के लिए झटका माना जा रहा था और यह समझा जा रहा था कि दिल्ली दौरों पर केजरीवाल से लगातार मुलाकात व भोजन कर नीतीश ने जो संदेश बिहार चुनाव के मद्देनजर देने की काेशिश की थी उस पर पानी फिर गया.


राजनीतिक दुश्मनके दो दुश्मन हैं आपस में गहरे राजनीतिक दोस्त

एक बार अरविंद केजरीवाल ने कहा था कि वे अौर नीतीश कुमार एक ही शख्स के सताये हुए हैं. केजरीवाल का इशारा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर था. केजरी व नीतीश कुमार की पीएम मोदी से तीखी राजनीतिक प्रतिद्वंद्विता जगजाहिर है. ऐसे में दोनों के बीच गहरी राजनीतिक मित्रता बढना दुश्मन का दुश्मन दोस्त वाली कहावत काे चरितार्थ करता है.


आम आदमी पार्टी का बिहार में उम्मीदवार नहीं

अरविंदकेजरीवाल ने लोकसभा चुनाव में अपना उम्मीदवार तो बिहार चुनाव में खड़ा किया था, लेकिन विधानसभा चुनाव में उन्होंने एक भी उम्मीदवार खड़ा नहीं किया. समझा जाता है कि ऐसा उन्होंने नीतीश कुमार से अपने संबंधों के कारण ही किया है. इससे वोटों का बिखराव नीतीश कुमार के पक्ष में रुकेगा. साझा ही असंतुष्ट व रातोंरात बड़ा बदलाव चाहने वाले युवाओं का झुकाव नीतीश कुमार की ओर बढेगा, जो सामान्यत: केजरीवाल के समर्थक माने जाते हैं.