बीजिंग को छोड सभी प्रांतीय व निगम की सेनाओं को चीन करेगा बंद, 50 हजार होंगे बरखास्त

बीजिंग : चीन द्वारा अपने सैनिकों की संख्या में कटौती करने की नए पहल से करीब 1 . 70 लाख अधिकारी कम हो जाएंगे, क्योंकि दुनिया की सबसे बडी सेना अपनी वर्तमान सात कमान और तीन कोर में से दो को खत्म करने की योजना बना रही है ताकि सुरक्षा बल को व्यवस्थित किया जा […]

By Prabhat Khabar Print Desk | September 5, 2015 1:58 PM
बीजिंग : चीन द्वारा अपने सैनिकों की संख्या में कटौती करने की नए पहल से करीब 1 . 70 लाख अधिकारी कम हो जाएंगे, क्योंकि दुनिया की सबसे बडी सेना अपनी वर्तमान सात कमान और तीन कोर में से दो को खत्म करने की योजना बना रही है ताकि सुरक्षा बल को व्यवस्थित किया जा सके. वर्तमान में चीनी सैनिकों की संख्या 23 लाख है.
हांगकांग के साउथ चाइना मॉर्निंग पोस्ट ने अज्ञात सैन्य अधिकारियों के हवाले से लिखा है कि राष्ट्रपति शीन जिनपिंग द्वारा पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) को व्यवस्थित करने की योजना में तीन लाख सैनिकों में से करीब आधे अधिकारी हैं जिन्हें हटाया जाना है.
पोस्ट ने चीन के अधिकारियों के हवाले से लिखा है कि वर्तमान सात सैन्य कमान और तीन सैन्य कोर में से दो को खत्म कर देने से चीन की थल सेना में लेफ्टिनेंट से लेकर कर्नल तक कम से कम एक लाख 70 हजार अधिकारी हटा दिए जाएंगे.
उन्हें समय पूर्व सेवानिवृत्ति के पैकेज की पेशकश की जाएगी. हर सैन्य कमान में दो से तीन सैन्य कोर हैं और हर कोर में 30 हजार से 50 हजार सैनिक हैं. दो कमान को हटा देने का मतलब है कि करीब एक लाख 20 हजार सैनिक कम हो जाएंगे.
बडी संख्या में सैनिकों को कम करने की योजना का उद्देश्य थल सेना के पायलटों का वायुसेना और नौसेना में विलय करना है क्योंकि पीएलए संयुक्त अभियान युद्धकौशल की योजना बना रही है.
दुनिया की सबसे बडी सैन्य ताकत पीएलए इस महीने के अंत तक सैनिकों को कम करने के ब्यौरे की घोषणा कर सकता है.
जापान के खिलाफ जीत की 70वीं वर्षगांठ के अवसर पर शी द्वारा तीन लाख सैनिकों को कम करने की घोषणा के तुरंत बाद रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता यांग युजुन ने स्पष्ट किया कि इस पहल का उद्देश्य सेना का आधुनिकीकरण और पुनर्गठन करना है तथा कटौती की प्रक्रिया 2017 तक पूरी हो जाएगी.
पोस्ट ने खबर दी है कि बीजिंग सेना को छोडकर सभी प्रांतीय और निगम की सेनाओं को बंद कर दिया जाएगा और 50 हजार सैनिकों को बर्खास्त किया जाएगा. बीजिंग सेना पीएलए के शक्तिशाली सेंट्रल मिलिटरी कमीशन के तहत आती है और राजधानी की रक्षा करती है.

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