कोरोना वायरस के इलाज के लिए दवा कंपनी के साथ काम कर रहा है अमेरिका

वाशिंगटनः चीन में कहर बरपा रहे नोवेल कोरोना वायरस के इलाज के लिए अमेरिका एक दवा कंपनी के साथ मिलकर काम कर रहा है. इसमें वह दवा की ऐसी किस्म का इस्तेमाल कर रहा है जिसने इबोला के मरीजों में जीवित रहने की दर को बढ़ाया था. स्वास्थ्य एवं मानव सेवा विभाग (एचएचएस) तथा दवा […]

By Prabhat Khabar Print Desk | February 5, 2020 11:34 AM

वाशिंगटनः चीन में कहर बरपा रहे नोवेल कोरोना वायरस के इलाज के लिए अमेरिका एक दवा कंपनी के साथ मिलकर काम कर रहा है. इसमें वह दवा की ऐसी किस्म का इस्तेमाल कर रहा है जिसने इबोला के मरीजों में जीवित रहने की दर को बढ़ाया था.

स्वास्थ्य एवं मानव सेवा विभाग (एचएचएस) तथा दवा कंपनी रिजेनेरोन के बीच साझेदारी से इस संक्रमण से लड़ने के लिए मोनोक्लोनल प्रतिरक्षा दवाई विकसित की जाएगी. यह एंटीरेट्रोवायरल तथा फ्लू की दवाइयों के इलाज की तरह होगा. एंटीरेट्रोवायरल का इस्तेमाल एचआईवी संक्रमण के इलाज में किया जाता है. कोरोना वायरस से चीन में करीब 500 लोगों की मौत हो चुकी है.

एचएचएस के एक अधिकारी रिक ब्राइट ने कहा कि सामने आ रही संक्रामक बीमारियों से हमारे देश की राष्ट्रीय सुरक्षा को गंभीर खतरा हो सकता है. सार्वजनिक-निजी भागीदारी के तौर पर रिजेनेरोन के साथ काम करने से हम नये वैश्विक स्वास्थ्य खतरों का तेजी से इलाज ढूंढ सकते हैं. हम रिजेनेरोन के साथ 2014 से काम कर रहे हैं.

Next Article

Exit mobile version