परमाणु प्रतिबद्धताओं में कटौती को लेकर ब्योरा पेश करेगा ईरान

तेहरान : अमेरिकी पाबंदियों और परमाणु करार को बचाने के लिए अन्य पक्षों की कथित निष्क्रियता के जवाब में ईरान 2015 के परमाणु समझौते के तहत अपनी प्रतिबद्धताओं को नये सिरे से कम करने पर विस्तार से शनिवार को घोषणा करेगा. अर्द्धसरकारी समाचार एजेंसी आईएसएनए ने गुरुवार को कहा कि ईरान के परमाणु ऊर्जा संगठन […]

By Prabhat Khabar Print Desk | September 5, 2019 9:24 PM

तेहरान : अमेरिकी पाबंदियों और परमाणु करार को बचाने के लिए अन्य पक्षों की कथित निष्क्रियता के जवाब में ईरान 2015 के परमाणु समझौते के तहत अपनी प्रतिबद्धताओं को नये सिरे से कम करने पर विस्तार से शनिवार को घोषणा करेगा. अर्द्धसरकारी समाचार एजेंसी आईएसएनए ने गुरुवार को कहा कि ईरान के परमाणु ऊर्जा संगठन के प्रवक्ता बहरूज कमालबंदी मई से लेकर अब तक तीसरी बार परमाणु कार्यक्रम संबंधी प्रतिबद्धताओं में कटौती के ईरान के फैसले पर एक संवाददाता सम्मेलन में ब्योरा पेश करेंगे. ईरान और तीन यूरोपीय देश-ब्रिटेन, फ्रांस तथा जर्मनी परमाणु समझौते पर तनाव को कम करने और बहुपक्षीय समझौते को बचाने की कोशिश में बातचीत कर रहे हैं.

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अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने पिछले साल मई में करार से कदम वापस खींचकर एकपक्षीय तरीके से पाबंदियां लागू की थीं, लेकिन इस संबंध में कोई सहमति नहीं बनते देख राष्ट्रपति हसन रूहानी ने बुधवार को ईरान तथा संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के पांच स्थाई सदस्यों एवं जर्मनी (पी 5 प्लस 1)के साथ करार से एक और कदम पीछे हटने के संकल्प को पूरा किया. उन्होंने कहा कि परमाणु ऊर्जा संगठन को अनुसंधान और विकास के क्षेत्र में जो भी जरूरी हो, उसे तत्काल शुरू करने का तथा इस संबंध में पहले से तय प्रतिबद्धताओं को छोड़ने का आदेश दिया जाता है. हालांकि, रूहानी ने ब्योरा नहीं दिया.

ईरान के शत्रु देश इस्राइल ने इस बारे में प्रतिक्रिया देते हुए उस पर और अधिक अंतरराष्ट्रीय दबाव बनाने की बात कही. इस्राइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा कि यह ईरान के साथ बातचीत का समय नहीं है. यह ईरान पर दबाव बढ़ाने का समय है. इस बीच, ईयू ने गुरुवार को ईरान से अनुरोध किया कि प्रतिबद्धताओं से पीछे हटने के फैसले को वापस ले. यूरोपीय आयोग के प्रवक्ता कार्लोस मार्टिन रुइज डि गोरडेजुएला ने ब्रसेल्स में मीडिया ब्रीफिंग में कहा कि ईरान का निर्णय उस संयुक्त कार्य योजना के संगत नहीं है, जिसके तहत समझौते को लागू किया गया. उन्होंने कहा कि इस संबंध में हम ईरान से अनुरोध करते हैं कि इन कदमों को वापस ले और आगे परमाणु करार को नजरअंदाज करने वाले कदम उठाने से बचे.

ईरान ने एक जुलाई को कहा था कि उसने अपने संवर्धित यूरेनियम के भंडार को समझौते में निर्धारित 300 किलोग्राम की अधिकतम सीमा से परे जाकर बढ़ाया है. एक सप्ताह बाद उसने घोषणा की कि उसने अपने यूरेनियम भंडारों की शुद्धता पर 3.67 फीसदी की सीमा बढ़ा दी है. संयुक्त राष्ट्र की परमाणु निगरानी संस्था ‘अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा आयोग’ ने 30 अगस्त को कहा कि ईरान का यूरेनियम भंडार करीब 360 किलोग्राम का है.

इस बीच, ईयू ने गुरुवार को ईरान से अनुरोध किया कि प्रतिबद्धताओं से पीछे हटने के फैसले को वापस ले. यूरोपीय आयोग के प्रवक्ता कार्लोस मार्टिन रुइज डि गोरडेजुएला ने ब्रसेल्स में मीडिया ब्रीफिंग में कहा कि ईरान का निर्णय उस संयुक्त कार्य योजना के संगत नहीं है, जिसके तहत समझौते को लागू किया गया. उन्होंने कहा कि इस संबंध में हम ईरान से अनुरोध करते हैं कि इन कदमों को वापस ले और आगे परमाणु करार को नजरअंदाज करने वाले कदम उठाने से बचे.

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