अमेरिका की नयी पाबंदी पर ईरान ने कहा, वार्ता की पेशकश महज दिखावा

तेहरान : अमेरिका की नयी पाबंदी पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए ईरान ने कहा कि वार्ता की पेशकश पर अमेरिका झूठ बोल रहा है और यह ट्रंप प्रशासन के साथ कूटनीति के अंत का संकेत है. अमेरिका ने सोमवार को ईरान के शीर्ष नेता खामेनी और शीर्ष सैन्य प्रमुखों के खिलाफ नये प्रतिबंध लगाते […]

By Prabhat Khabar Print Desk | June 25, 2019 8:09 PM

तेहरान : अमेरिका की नयी पाबंदी पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए ईरान ने कहा कि वार्ता की पेशकश पर अमेरिका झूठ बोल रहा है और यह ट्रंप प्रशासन के साथ कूटनीति के अंत का संकेत है.

अमेरिका ने सोमवार को ईरान के शीर्ष नेता खामेनी और शीर्ष सैन्य प्रमुखों के खिलाफ नये प्रतिबंध लगाते हुए कहा कि वह विदेश मंत्री जवाद जरीफ पर भी प्रतिबंध लगाएगा. ईरान के राष्ट्रपति हसन रूहानी ने मंगलवार को कहा कि विदेश मंत्री मोहम्मद जवाद जरीफ सहित ईरान के शीर्ष अधिकारियों के खिलाफ नये अमेरिकी प्रतिबंध दिखाते हैं कि वाशिंगटन वार्ता की पेशकश पर ‘झूठ’ बोल रहा है.

टेलीविजन पर सीधे प्रसारित मंत्रियों के साथ बैठक में रूहानी ने कहा, ‘आप विदेश मंत्री पर पाबंदी लगाते हैं और वार्ता का भी आह्वान करते है? साफ है कि आप झूठ बोल रहे हैं.’ उनके इस बयान के पहले अमेरिकी राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जॉन बोल्टन ने कहा कि वाशिंगटन ने सच्ची वार्ता के लिए दरवाजे खोले, लेकिन इसके जवाब में ईरान ने गहरी चुप्पी अख्तियार कर रखी है.

रूहानी ने सर्वोच्च नेता आयतुल्ला अली खामेनी का नाम काली सूची में डालने के औचित्य पर भी सवाल उठाए और कहा कि यह दिखाता है कि वाशिंगटन ‘भ्रमित’ है. ईरान के इस्लामी क्रांति के बाद तेहरान में अमेरिकी दूतावास में बंधक संकट के कारण 1980 में ईरान और अमेरिका का राजनयिक संबंध टूट गया था.

ईरान के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अब्बास मौसावी ने मंगलवार को कहा, नयी पाबंदी का मतलब है कि ट्रंप की हताश सरकार के साथ कूटनीति का रास्ता स्थायी तौर पर बंद हो गया है. अमेरिकी राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार ने कहा कि वाशिंगटन के साथ वार्ता की पेशकश पर ईरान खामोश है. बोल्टन ने एक बयान में कहा, राष्ट्रपति ने वार्ता के लिए द्वार खोले हैं, लेकिन जवाब में ईरान गहरी चुप्पी साधे है.

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