मतगणना में वीवीपैट की कितनी पर्चियों का हो मिलना? जल्द ही तय करेगा चुनाव आयोग

नयी दिल्ली : चुनाव आयोग भारतीय सांख्यकीय संस्थान (आईएसआई) की रिपोर्ट के आधार पर जल्द ही यह तय कर देगा कि वीवीपैट की कितनी पर्चियों का मतगणना में ईवीएम के मतों से मिलान किया जाये. आईएसआई ने शुक्रवार को अपनी रिपोर्ट आयोग को सौंप दी. आयोग द्वारा जारी बयान के अनुसार, रिपोर्ट के सभी पहलुओं […]

By Prabhat Khabar Print Desk | March 22, 2019 10:29 PM

नयी दिल्ली : चुनाव आयोग भारतीय सांख्यकीय संस्थान (आईएसआई) की रिपोर्ट के आधार पर जल्द ही यह तय कर देगा कि वीवीपैट की कितनी पर्चियों का मतगणना में ईवीएम के मतों से मिलान किया जाये. आईएसआई ने शुक्रवार को अपनी रिपोर्ट आयोग को सौंप दी. आयोग द्वारा जारी बयान के अनुसार, रिपोर्ट के सभी पहलुओं पर विचार करने के बाद आयोग जल्द ही इस दिशा में फैसला करेगा.

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उल्लेखनीय है कि मौजूदा व्यवस्था में मतगणना के दौरान प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र में किसी एक मतदान केंद्र की वीवीपैट मशीनों की पर्चियों का ईवीएम के मतों से मिलान किया जाता है. राजनीतिक दलों की मांग थी कि मतगणना में एक से अधिक संख्या में मतदान केंद्रों की वीवीपैट मशीनों की पर्चियों का मिलान किया जाये. राजनीतिक दलों की इस मांग पर अमल करने से पहले आयोग ने आईएसआई से इस दिशा में अध्ययन कराने का फैसला किया. ईवीएम से किये गये मतदान की पुष्टि वीवीपीएटी मशीन से निकली पर्ची के आधार पर किया जाता है.

सुप्रीम कोर्ट ने हाल ही में आयोग से मतगणना में वीपीपीएटी की पर्चियों के मिलान में मतदान केंद्रों की संख्या बढ़ाने की संभावनाएं तलाशने को कहा था. इसके लिए आयोग आईएसआई से इस बारे में कराये गये अध्ययन की रिपोर्ट का आंकलन कर सुप्रीम कोर्ट के सामने 25 मार्च को मामले की सुनवाई के दौरान अपना पक्ष रखेगा.

अदालत की अनुमति के बाद बदली हुई व्यवस्था को 11 अप्रैल से शुरू हो रहे सात चरण वाले लोकसभा चुनाव सहित भविष्य में अन्य चुनावों में भी लागू किया जायेगा. चुनाव कार्यक्रम के अनुसार, लोकसभा चुनाव का परिणाम 19 मई को अंतिम चरण के मतदान के बाद 23 मई को मतगणना के आधार पर घोषित किया जायेगा.

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