चाबहार बंदरगाह को र्इरानी प्रतिबंधों से मुक्त करने पर अफगानिस्तान ने की अमेरिका की तारीफ

संयुक्त राष्ट्र : अफगानिस्तान ने भारत समर्थित चाबहार बंदरगाह परियोजना को ईरान के खिलाफ अपने कठिन प्रतिबंधों से मुक्त करने के अमेरिका के कदम की सराहना की है. ट्रंप प्रशासन ने पिछले महीने भारत को अफगानिस्तान के साथ जोड़ने वाली रेल लाइन के निर्माण के सहित ईरान के रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण चाबहार बंदरगाह के […]

By Prabhat Khabar Print Desk | December 18, 2018 2:34 PM

संयुक्त राष्ट्र : अफगानिस्तान ने भारत समर्थित चाबहार बंदरगाह परियोजना को ईरान के खिलाफ अपने कठिन प्रतिबंधों से मुक्त करने के अमेरिका के कदम की सराहना की है. ट्रंप प्रशासन ने पिछले महीने भारत को अफगानिस्तान के साथ जोड़ने वाली रेल लाइन के निर्माण के सहित ईरान के रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण चाबहार बंदरगाह के विकास के लिए उसे कुछ प्रतिबंधों से मुक्त कर दिया था. ईरानी शासन की गतिविधियों को नियंत्रित करने के मद्देनजर अमेरिका ने उस पर अभी तक के सबसे कठिन प्रतिबंध लगाये हैं.

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प्रतिबंधों में ईरान की बैंकिंग और ऊर्जा क्षेत्रों को शामिल किया गया है. इसके साथ ही, यूरोप, एशिया आैर अन्य देशों की कंपनियों की आेर से ईरानी तेल आयात बंद नहीं करने पर उनके खिलाफ जुर्माना लगाना शामिल है. हालांकि, अमेरिका के विदेश मंत्री माइक पोम्पिओ ने आठ देशों भारत, चीन, इटली, ग्रीस, जापान, दक्षिण कोरिया, ताइवान और तुर्की को अस्थायी रूप से ईरानी तेल खरीदना जारी रखने की अनुमति दी, क्योंकि उन्होंने खाड़ी देश से तेल खरीद में काफी कमी की है.

संयुक्त राष्ट्र में अफगानिस्तान के स्थायी प्रतिनिधि मोहम्मद सैकल ने सोमवार को अफगानिस्तान की स्थिति पर सुरक्षा परिषद से कहा कि चाबहार बंदरगाह अफगानिस्तान, मध्य एशिया और उससे परे हिंद महासागर को जोड़ने वाले समुद्र में वाणिज्यिक रूप से व्यवहार्य पहुंच प्रदान करने के लिए एक महत्वपूर्ण प्रवेश द्वार बना हुआ है. इस संदर्भ में हम अपने रणनीतिक साझेदार अमेरिका के अफगानिस्तान, ईरान और भारत के साथ काम करने की दिशा में बंदरगाह को अपने प्रतिबंधों से मुक्त कर सहयोग और लचीलापन दिखाने की सराहना करते हैं.

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