पूर्वोत्तर से कांग्रेस का सफाया, मिजोरम में एमएनएफ, जानें हार के पांच बड़े कारण

मिजोरम विधानसभा चुनाव 2018 में पिछले एक दशक से सत्तारूढ़ कांग्रेस को जबरदस्त हार मिली है. मुख्य विपक्षी दल मिजो नेशनल फ्रंट (एमएनएफ ) ने 26 सीटों पर जीत हासिल कर सरकार बनाने जा रही है. इससे पहले 1998 और 2003 के विधानसभा चुनावों में मिजो नेशनल फ्रंट की सरकार बनी थी. वहीं, पूर्वोत्तर में […]

By Prabhat Khabar Print Desk | December 12, 2018 6:20 AM
मिजोरम विधानसभा चुनाव 2018 में पिछले एक दशक से सत्तारूढ़ कांग्रेस को जबरदस्त हार मिली है. मुख्य विपक्षी दल मिजो नेशनल फ्रंट (एमएनएफ ) ने 26 सीटों पर जीत हासिल कर सरकार बनाने जा रही है.
इससे पहले 1998 और 2003 के विधानसभा चुनावों में मिजो नेशनल फ्रंट की सरकार बनी थी. वहीं, पूर्वोत्तर में बचे अपने आखिरी गढ़ को भी कांग्रेस ने इस चुनाव में गंवा दिया. 2013 में 34 सीटें हासिल करनेवाली कांग्रेस सिर्फ पांच सीटों पर सिमट गयीं हैं. राज्य में 5 बार मुख्यमंत्री रह चुके ललथनहवला को लगातार तीसरी जीत की उम्मीद थी, लेकिन एमएनएफ ने उनकी उम्मीदों पर पानी फेर दिया. दो सीटों से चुनाव लड़े ललथनहवला अपने गृह क्षेत्र सरछिप और चम्फाई दक्षिण दोनों जगहों से हार गये. लल थनहवला को सरछिप सीट से जोराम पीपुल्स मूवमेंट के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार लालदुहोमा ने हरा दिया.
मिजोरम
कुल सीटें 40
बहुमत 21
34 से 5 सीट पर आयी कांग्रेस
20182013
कांग्रेस 534
एमएनएफ 265
भाजपा 10
जेडएनपी+ 00
अन्य 81
हार के बड़े कारण
शराब पर पूर्ण प्रतिबंध को हटाना, इससे दुर्घटनाएं बढ़ीं
एंटी इन्कंबेंसी फैक्टर
मुख्यमंत्री पर भ्रष्टाचार पर आरोप
कांग्रेस के अंदर फूट
मुख्यमंत्री पर परिवारवाद का आरोप

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