बोले पाक के राष्ट्रपति शांति को खतरे में डाल रहा है भारत

इस्लामाबाद : पाकिस्तान के राष्ट्रपति ममनून हुसैन ने भारत पर संघर्ष विराम और मानवाधिकारों का उल्लंघन करने का आरोप लगाते हुए आज कहा कि भारत ने क्षेत्रीय शांति को खतरे में डाल दिया है. उन्होंने यहां‘‘ पाकिस्तान दिवस’ के उपलक्ष्य में आयोजित संयुक्त सैन्य परेड में कश्मीर का मुद्दा भी उठाया. पाकिस्तान दिवस23 मार्च, 1940 […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | March 23, 2018 4:18 PM
इस्लामाबाद : पाकिस्तान के राष्ट्रपति ममनून हुसैन ने भारत पर संघर्ष विराम और मानवाधिकारों का उल्लंघन करने का आरोप लगाते हुए आज कहा कि भारत ने क्षेत्रीय शांति को खतरे में डाल दिया है. उन्होंने यहां‘‘ पाकिस्तान दिवस’ के उपलक्ष्य में आयोजित संयुक्त सैन्य परेड में कश्मीर का मुद्दा भी उठाया.
पाकिस्तान दिवस23 मार्च, 1940 को मशहूर लाहौर प्रस्ताव पारित किए जाने के उपलक्ष्य में मनाया जाता है जब ऑल इंडिया मुस्लिम लीग ने ब्रिटिश भारत के मुसलमानों के लिए एक अलग देश की मांग की थी. 1956 में आज ही के दिन पाकिस्तान दुनिया का पहला इस्लामी गणराज्य बना था. श्रीलंका के राष्ट्रपति मैत्रीपाला सिरीसेना सैन्य परेड में विशिष्ट अतिथि थे. पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शाहिद खाकान अब्बासी ने यहां परेड मैदान में उनकी अगवानी की.
भारत के उप उच्चायुक्त जे पी सिंह भी परेड देखने के लिए आमंत्रित किए गए विदेशी राजनयिकों के बीच बैठे थे. राष्ट्रपति ममनून ने सीमा पार से संघर्ष विराम के कथित उल्लंघन की तरफ संकेत करते हुए भारत पर कश्मीर में मानवाधिकारों का गंभीर रूप से उल्लंघन करने का आरोप लगाया.
उन्होंने कहा, इन कार्रवाइयों के साथ पाकिस्तान के पड़ोसी मुल्क ने क्षेत्रीय सुरक्षा को दांव पर लगा दिया है. राष्ट्रपति ने कश्मीरी लोगों के संघर्ष के तत्काल एवं शांतिपूर्ण हल का आह्वान करते हुए कहा, कश्मीर विवाद का एकमात्र हल कश्मीरियों को आत्म निर्णय का अधिकार देने से होगा और पाकिस्तान इस संबंध में अपनी भूमिका निभाता रहेगा. उन्होंने कहा कि पाकिस्तान क्षेत्रीय देशों की तरफ सहयोग का हाथ बढ़ाने के लिए तैयार है लेकिन इसे कमजोरी के रूप में देखना एक खतरनाक गलती होगी.