मुर्गा भौंकता है, आपने सुना क्या? नहीं, तो पढ़िये यह खबर….

कुआलालंपुर/नयी दिल्ली : "मुर्गा भौंकता है।" यह वाक्य पढ़कर आप चौंकेंगे आैर अचरच करेंगे कि क्या फेंक रहा है. आप यह भी सोचेंगे कि आपसे होली के मौसम में ठिठोली की जा रही है, मगर आप इसे महज होली की ठिठोली न समझें. यह हकीकत है. प्राकृतिक तौर पर तो कुत्ता भौंकता है, मगर दुनिया […]

By Prabhat Khabar Print Desk | February 20, 2018 5:36 PM

कुआलालंपुर/नयी दिल्ली : "मुर्गा भौंकता है।" यह वाक्य पढ़कर आप चौंकेंगे आैर अचरच करेंगे कि क्या फेंक रहा है. आप यह भी सोचेंगे कि आपसे होली के मौसम में ठिठोली की जा रही है, मगर आप इसे महज होली की ठिठोली न समझें. यह हकीकत है. प्राकृतिक तौर पर तो कुत्ता भौंकता है, मगर दुनिया में लोग मुर्गे को भी भौंका रहे हैं. जी हां, इस वाक्य को मलेशिया की सरकार ने इसे सच करके दिखाया है.

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मीडिया में आ रही खबरों के अनुसार, मलेशिया सरकार ने लूनर न्यू ईयर को सेलिब्रेट करने के लिए पूरे पन्ने का एक विज्ञापन प्रकाशित करवाया है. इस विज्ञापन में मुर्गे को भौंकते हुए दिखाया गया है. इसका कारण यह है कि चीनी राशि चक्र में 12 साल का एक चक्र माना जाता है. इसमें हर साल को एक जानवर के रूप में दर्शाया जाता है. इस हिसाब से मलेशिया में चीनी राशि चक्र के अनुसार रूस्टर ईयर यानी मुर्गे वाला साल अभी हाल ही में खत्म हुआ है.

मीडिया की खबरों में यह बताया जा रहा है कि अब डॉग ईयर शुरू हुआ है. मलेशिया सरकार के वाणिज्य मंत्रालय ने विज्ञापन के माध्यम से डाग ईयर की शुभकामनाएं दी, मगर इस विज्ञापन में मुर्गे को चीनी भाषा में कुत्ते की तरह भौंकता हुआ दर्शाया गया है. सोशल मीडिया पर यह विज्ञापन वायरल होने के बाद मंत्रालय ने इसे ‘तकनीकी त्रुटि’ बताते हुए खेद प्रकट किया है. वहां की सांस्कृतिक पेचीदगी यह है कि मलेशिया में कुछ मुस्लिम मानते हैं कि कुत्ते गंदे जानवर होते हैं.

मीडिया की खबरों के अनुसार, मलेशिया के व्यापारिक संस्थान कुत्तों से जुड़े प्रतीकों को इस्तेमाल करने से बच रहे हैं, ताकि बहुसंख्यक मुस्लिम आबादी नाराज न हो जाये. देश की एक चौथाई आबादी चीनी नस्ल के लोगों की है. ऐसे में बहुत से लोग मान रहे हैं कि चीनी भाषा के अखबार में प्रकाशित इस विज्ञापन में कुत्ते की तस्वीर इस्तेमाल करने से बचने की कोशिश की गयी थी, भले ही इसका कोई मतलब न निकले. बहुत से लोगों ने फेसबुक पर इस विज्ञापन को ‘सरासर बेवकूफी’ करार दिया, तो कुछ ने ‘राष्ट्रीय शर्म’ बताया.

अंग्रेजी भाषा के अखबार ‘द स्टार’ ने मलेशियाई-चीनी एसोसिएशन के धार्मिक सद्भावना ब्यूरो के प्रमुख का बयान छापा है, जिसमें उन्होंने कहा है कि कुछ लोग छोटी-छोटी गलतियों से ‘चीनियों को नाराज’ करने की कोशिश कर रहे हैं. मलेशिया के संसद सदस्य लिम किट सियांग ने अपने ट्विट में लिखा है कि सीएनवार्इ मिनिस्ट्री के विज्ञापन में मुर्गे को भौंकते हुए दिखाया गया है.

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